पटना/गया : फल्गु नदी के जीर्णोद्धार को लेकर प्रदेश सरकार यहां रबड़ डैम बनाने पर विचार कर रही है. इसको लेकर पिछले दिनों जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों के सामने रबड़ डैम बनाने वाली कंपनी ने पटना में प्रेजेंटेशन दिया है.इसमें बताया गया है कि इस डैम के बनने से फल्गु नदी की पानी का 100 फीसदी उपयोग हो सकेगा, क्योंकि गर्मी के मौसम में यह नदी लगभग नाले का रूप ले लेती है. गौरतलब है कि इस तरह का डैम आंध्रप्रदेश के विजयनगरम जिले की झांझावती नदी पर वर्ष 2006 में बना था. वहीं, लखनऊ की गोमती नदी पर देश का सबसे बड़ा रबड़ डैम बन रहा है. ऐसा डैम आगरा में यमुना नदी में बनाने की योजना है.
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गया में फल्गु नदी पर बनेगा रबड़ डैम, अतिक्रमण और प्रदूषण के कारण अस्तित्व पर मंडरा रहा है संकट
पटना/गया : फल्गु नदी के जीर्णोद्धार को लेकर प्रदेश सरकार यहां रबड़ डैम बनाने पर विचार कर रही है. इसको लेकर पिछले दिनों जल संसाधन विभाग के अधिकारियों और इंजीनियरों के सामने रबड़ डैम बनाने वाली कंपनी ने पटना में प्रेजेंटेशन दिया है.इसमें बताया गया है कि इस डैम के बनने से फल्गु नदी की […]
इसे बनाने में आॅस्ट्रिया के तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली गयी थी. गौरतलब है कि फल्गु नदी में अतिक्रमण और प्रदूषण के कारण इसके अस्तित्व पर संकट गहराता जा रहा है. प्रदेश सरकार ने इस नदी को बेहतर हालत में लाने और गया सहित आसपास के इलाके में पेयजल व सिंचाई का पानी उपलब्ध कराने के लिए लिए बीयर बांध निर्माण की मंजूरी दी थी.
इस नदी में बालू के करीब 25 फुट नीचे पानी की उपलब्धता रहती है. हालांकि, बारिश के मौसम में इस नदी में भरपूर पानी आ जाता है. डैम बनाकर इस पानी को संरक्षित करने, पेयजल और सिंचाई के लिए उपयोग करने की योजना है.
दो दशक से बीयर बांध का मामला
फल्गु नदी गया की सबसे महत्वपूर्ण नदी है. लेकिन इस नदी की भौगोलिक संरचना ऐसी है कि इसमें पानी का ठहराव नहीं होता. इसके अलावा पिछले एक दशक से यह नदी अतिक्रमण व प्रदूषण की चपेट में है. इससे नदी के अस्तित्व पर ही संकट गहरा गया है. फल्गु नदी में पानी के ठहराव को लेकर बीयर बांध का निर्माण दो दशक से सिर्फ घोषणाओं तक ही सिमट कर रह गया है. गौरतलब है कि बीथो के पास बीयर बांध का निर्माण होना है.
फल्गु नदी में किसी भी मौसम में पानी नहीं रहता है. इस वजह से इसे अंत:सलिला भी कहा जाता है. गर्मी के दिनों में नदी का सामान्य जल स्तर तीन से चार फुट तक डाउन हो जाता है. करीब हर वर्ष इस नदी का जल स्तर डाउन होता जा रहा है. इसके अलावा शहर के नालों का गिरता पानी भूजल स्तर को काफी प्रदूषित कर रहा है.
क्या है रबड़ डैम
रबड़ डैम छोटी नदियों पर बनाया जाता है. इसमें कंक्रीट की नींव पर एक रबड़ ब्लाडर ही डैम और स्पिल-वे का काम करता है. यह ब्लाडर बुलेटप्रूफ होता है और इसमें हवा, पानी या दोनों का मिश्रण भरा जाता है. इसको जरूरत के मुताबिक बड़ा या छोटा किया जा सकता है.
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