नक्सली हिंसा में नौ सालों में बिहार में 387 लोगों की गयी जान
नयी दिल्ली : गृह मंत्रालय ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले नौ सालों के दौरान बिहार में 1526 हिंसक वारदातों में 387 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. मालूम हो कि दस नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सली हिंसा में कुल 3700 से अधिक लोग मारे गये हैं. इनमें सबसे अधिक जान […]
नयी दिल्ली : गृह मंत्रालय ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले नौ सालों के दौरान बिहार में 1526 हिंसक वारदातों में 387 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. मालूम हो कि दस नक्सल प्रभावित राज्यों में नक्सली हिंसा में कुल 3700 से अधिक लोग मारे गये हैं. इनमें सबसे अधिक जान छत्तीसगढ़ में गयीं.
रिपोर्ट में कहा गया है, ”दस नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश हैं. इनमें बिहार में 1526 हिंसक वारदातों में 387 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है. मंत्रालय ने वर्ष 2018-19 की अपनी रिपोर्ट में कहा कि भाकपा (माओवादी) देश में विभिन्न वाम चरमपंथी संगठनों में सबसे ताकतवर संगठन है और वह 88 फीसदी से अधिक हिंसक घटनाओं एवं फलस्वरूप होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार है. रिपोर्ट में कहा गया है, ”साथ ही भारत सरकार के विकास कार्यक्रमों के चलते हिंसा का मार्ग छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने वाले वाम चरमपंथियों की संख्या में लगातार इजाफा नजर आया.”