बगदादी का मारा जाना आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में एक बड़ी कामयाबी : सुशील मोदी

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि इस्लामी स्टेट के खूंखार आतंकवादी सरगना अल-बगदादी का मारा जाना आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में एक बड़ी कामयाबी है. अमेरिकी नेतृत्व वाले इस सैन्य अभियान को रूस के अलावा तुर्की, सीरिया और इराक जैसे मुस्लिम देशों का सहयोग मिलना साबित करता है […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 29, 2019 6:21 PM

पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि इस्लामी स्टेट के खूंखार आतंकवादी सरगना अल-बगदादी का मारा जाना आतंकवाद के विरुद्ध संघर्ष में एक बड़ी कामयाबी है. अमेरिकी नेतृत्व वाले इस सैन्य अभियान को रूस के अलावा तुर्की, सीरिया और इराक जैसे मुस्लिम देशों का सहयोग मिलना साबित करता है कि बगदादी का संगठन मानवता के विरुद्ध अपराधी था. यौन दासता और कैमरे के सामने बंदियों के सिर कलम करने जैसी क्रूर कार्रवाइयों से बगदादी के संगठन ने इस्लाम को दुनिया भर में बदनाम किया.

सुशील मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले पांच साल में दुनिया के हर मंच पर आतंकवाद के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाया, ताकि बगदादी जैसे अातंकी आकाओं से मानवता को बचाया जा सके. दीवाली के दिन बगदादी का अंत आतंक के अंधेरे पर मानवाधिकारों के प्रकाश की विजय थी.

डिप्टी सीएम नेआगे कहा कि धारा 370 हटने के विरुद्ध राहुल गांधी के बयानों का पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के खिलाफ इस्तेमाल किया, फिर भी कांग्रेस अपनी कश्मीर नीति में सकारात्मक बदलाव नहीं लायी. अब कांग्रेस यूरोपीय यूनियन के सांसदों की कश्मीर यात्रा का विरोध करने में भी पाकिस्तान और दुनिया के भारत विरोधी ऐक्टिविस्टों की मदद कर रही है. दूसरी तरफ दीवाली पर लंदन में भारतीय उच्चायोग पर पाकिस्तान समर्थकों का प्रदर्शन न होने देने के लिए ब्रिटिश सरकार को राजी करने में भारतीय कूटनीति सफल रही.

अपने एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के ऐतिहासिक निर्णय को भारी बहुमत से संसद के दोनों सदनों की स्वीकृति मिलने के बाद आतंकवाद से पीड़ित यह खूबसूरत पर्वतीय प्रदेश विकास की मुख्य धारा में तेजी से लौट रहा है, लेकिन सरकार के साहसिक कदम का स्वागत करने के बजाय कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी जैसी पार्टियां कथित मानवाधिकार हनन का मुद्दा उठाकर लगातार पाकिस्तानी रुख का साथ देती रहीं. देश के भीतर कांग्रेस और बाहर पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर दुष्प्रचार की जो मुहिम छेड़ी है, उसे विफल करने में यूरोपीय यूनियन के 28 सांसदों की जम्मू-कश्मीर यात्रा एक बड़ी कूटनीतिक पहल सिद्ध होगी.

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