जयप्रभा मेदांता : तीन माह में मिलेगी ओपीडी सेवा

पटना : राजधानी पटना में स्थापित होनेवाले जयप्रभा मेदांता मेडिसिटी हॉस्पिटल की सेवा अभी तक आरंभ नहीं हुई है. पटना के जयप्रभा अस्पताल परिसर में स्थापित इस हॉस्पिटल का निर्माण निर्धारित समय सीमा से फिलहाल 20 माह विलंब हो चुका है. हॉस्पिटल के प्रबंधन का कहना है कि जलजमाव के कारण समस्या आयी है. ओपीडी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 30, 2019 8:15 AM

पटना : राजधानी पटना में स्थापित होनेवाले जयप्रभा मेदांता मेडिसिटी हॉस्पिटल की सेवा अभी तक आरंभ नहीं हुई है. पटना के जयप्रभा अस्पताल परिसर में स्थापित इस हॉस्पिटल का निर्माण निर्धारित समय सीमा से फिलहाल 20 माह विलंब हो चुका है. हॉस्पिटल के प्रबंधन का कहना है कि जलजमाव के कारण समस्या आयी है.

ओपीडी आरंभ होने में अभी दो-तीन माह और लगेंगे. जयप्रभा मेदांता मेडिसिटी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का शिलान्यास कार्यक्रम दो सितंबर, 2015 को सीएम नीतीश कुमार के साथ हॉस्पिटल के एमडी डाॅ नरेश त्रेहान ने की थी. उस समय डाॅ त्रेहान ने घोषणा की थी कि अस्पताल में 300 बेडों की सेवा 30 माह के बाद आरंभ कर दी जायेगी.
यह प्रोजेक्ट अपने निर्धारित समय सीमा से विलंब से चल रहा है. राज्य सरकार ने 33 वर्षों के लिए अस्पताल को जमीन लीज पर दी है. इस जमीन को तीन करोड़ सालाना शुल्क के रूप में हॉस्पिटल को दी गयी है, जो अब बढ़कर करीब चार करोड़ सालाना हो गयी है. हॉस्पिटल के आरंभ होने पर इसमें 25 प्रतिशत बेड बीपीएल मरीजों के लिए आरक्षित करने का प्रावधान किया गया है. इससे गरीबों को सस्ते में बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा.
बारिश के कारण विलंब
मेदांता सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डाॅ रवि ने बताया कि बारिश और जलजमाव के कारण इसके ओपीडी सेवा बहाल करने में दो-तीन माह का और समय लग जायेगा. उन्होंने बताया कि अस्पताल में ओपीडी सेवा आरंभ करने का लक्ष्य अक्तूबर, 2019 निर्धारित किया गया था. जलजमाव के कारण इस अस्पताल के पहले तल पर रखे गये फर्नीचर सहित अन्य सामग्रियों को क्षति पहुंची है.
अब उसकी फिर से नये सिरे से तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि ओपीडी सेवा बहाल करने की दिशा में तेजी से कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल अस्पताल की ओर से दूसरे संस्थान के साथ मिलकर छह विभागों की सेवा राज्य के मरीजों को दी जा रही है. इसमें न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी, कार्डियक सर्जरी, कार्डियोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट व श्वसन रोग शामिल हैं.

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