नीतीश दोबारा चुने गये जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष, कहा- बिहार जैसे पिछड़े राज्य को मिले विशेष दर्जा

नयी दिल्ली : जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बुधवार को यहां बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को पार्टी का दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. उनका कार्यकाल तीन साल का होगा. साथ ही उन्हें नयी कार्यसमिति गठित करने के लिए अधिकृत किया गया. बाद में अपने अध्यक्षीय संबोधन में नीतीश कुमार ने बिहार जैसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 31, 2019 6:47 AM
नयी दिल्ली : जदयू की राष्ट्रीय परिषद की बुधवार को यहां बैठक हुई, जिसमें सर्वसम्मति से नीतीश कुमार को पार्टी का दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया. उनका कार्यकाल तीन साल का होगा. साथ ही उन्हें नयी कार्यसमिति गठित करने के लिए अधिकृत किया गया. बाद में अपने अध्यक्षीय संबोधन में नीतीश कुमार ने बिहार जैसे पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा देने मांग दोहरायी.
सुबह 11 बजे मावलंकर हॉल में शुरू हुई परिषद की बैठक में चुनाव प्रभारी अनिल हेगड़े ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए प्रस्तावित किया. बैठक में मौजूद सभी प्रतिनिधियों ने सर्वसम्मति से उनके प्रस्ताव पर मुहर लगा दी है.
इसके बाद दूसरा प्रस्ताव राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्यों के चयन के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष को अधिकृत करने का पेश किया गया, जिसे सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया गया. बैठक में जदयू के देश भर से पदाधिकारी शामिल हुए. पार्टी का मकसद जदयू को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना है. बैठक में तय किया गया कि पार्टी दिल्ली और झारखंड में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी.
बैठक को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि वह पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा दिलाने के लिए काम करेंगे. पद लेने में मेरी कोई रुचि नहीं है, हम सिर्फ काम करना चाहते हैं. झारखंड, दिल्ली और उत्तर-पूर्व के राज्यों में पार्टी बेहतर कर रही है और बतौर अध्यक्ष हम पार्टी को राष्ट्रीय दर्जा बनाने के लिए काम करेंगे. उन्होंने एक बार फिर पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पिछड़े राज्यों को आगे बढ़ाना है, तो इन्हें विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी है.
शराबबंदी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद लोग इससे मिलने वाले टैक्स की चिंता करते हैं, लेकिन शराब में बर्बाद होने वाले पैसे की बात कोई नहीं करता है. शराबबंदी से सामाजिक सौहार्द बढ़ा है और इससे परिवार में भी कलह कम हुई है.
कुछ लोग बिहार में शराब की होम डिलिवरी की बात करते हैं, ऐसी बात करने वाले लोग खुद शराबी हैं. उन्होंने अपने नेताओं से शराबबंदी, जल-जीवन-हरियाली जैसी योजनाओं को जनता के बीच ले जाने को कहा. बड़बोले नेताओं को नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को बोलने की आदत होती है, लेकिन हम काम करने में विश्वास करते हैं. गांधी जी के सात पाप का जिक्र करते हुए पार्टी नेताओं को इसका प्रचार करने को कहा.
गठबंधन पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी गठबंधन हो, जदयू अपने चुनाव घाेषणापत्र पर काम करता है. प्रशांत किशोर ने सात निश्चय का एजेंडा तय किया और गठबंधन बदलने के बाद भी सरकार उसी पर काम कर रही है.
अपने एक घंटे के संबोधन में मुख्यमंत्री ने बिहार की कानून-व्यवस्था, महिला सशक्तीकरण की दिशा में उठाये गये कदम और राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया. बैठक में प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, महासचिव केसी त्यागी, जल संसाधन मंत्री संजय झा, लोकसभा में पार्टी के नेता ललन सिंह, महासचिव आरसीपी सिंह, उपाध्यक्ष प्रशांत किशोर के अलावा पार्टी के अन्य सांसद और रार्ष्टीय परिषद के सभी सदस्य मौजूद थे.
बैठक में निर्णय
दिल्ली और झारखंड में अकेले चुनाव लड़ेगा जदयू
नयी कार्यसमिति के गठन के लिए नीतीश अधिकृत
बोले नीतीश
जो बिहार में शराब की होम डिलिवरी की बात करते हैं, वे खुद हैं शराबी
कुछ को बोलने की आदत, हमारा विश्वास काम करने में
कोई भी गठबंधन हो, जदयू अपने चुनाव घाेषणापत्र पर काम करता है

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