पटना : अब दलदल को समतल कर रहीं निर्माण एजेंसियां
पटना : गंगा घाटों पर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. घाटों के छोर को सीढ़ी की शक्ल दी गयी है. फिसलन और दलदल को पाट दिया गया है. कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट, पाटीपुल घाट पर घाटों के किनारे बड़े एरिया में जो खुली जगह है, वहां पर अभी काम चल रहा है. पोकलेन और […]
पटना : गंगा घाटों पर तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं. घाटों के छोर को सीढ़ी की शक्ल दी गयी है. फिसलन और दलदल को पाट दिया गया है. कलेक्ट्रेट घाट, महेंद्रू घाट, पाटीपुल घाट पर घाटों के किनारे बड़े एरिया में जो खुली जगह है, वहां पर अभी काम चल रहा है.
पोकलेन और जेसीबी से मिट्टी डाल उसे समतल करने का काम जारी है. दरअसल हर 50 कदम पर दलदल और गड्ढों में थोड़ा-बहुत पानी है. अब इन गड्ढों में बालू डाला जा रहा है. दलदल वाले एरिया को रोल कर समतल किया जा रहा है. बाकी सारे काम फाइनल हो चुके हैं. बैरिकेडिंग की सफेद रंग से रंगाई की जा रही है. रंगीन पताके और झंडियां लगायी गयी हैं, जो घाट की खूबसूरती को बढ़ा रही हैं.
महेंद्रू घाट के एप्रोच रोड को किया जा रहा समतल : महेंद्रू घाट के एप्रोच रोड को भी अभी समतल किया जा रहा है. इस रोड में भी दलदल है. जगह-जगह गीली मिट्टी है. रोड को बनाने का काम जारी है. कलेक्ट्रेट घाट के एप्रोच रोड को ठीक किया जा रहा है. निर्माण एजेंसियों को आदेश है कि एप्रोच मार्ग पर दलदल नहीं रहे.
बड़हरवा घाट : पानी घटने के बाद बनायी जा रही सीढ़ी
बड़हरवा घाट पर सारी तैयारियां कर ली गयी हैं. लेकिन पानी घटने की वजह से कहीं-कहीं सीढ़ी दूर हो गयी है. अब दोबारा सीढ़ी बनायी जा रही है. सीढ़ी को थोड़ा आगे ले जाया जा रहा है, जिससे छठ व्रतियों को कोई परेशानी नहीं हो. पानी में जहां छठ व्रती खड़े होंगे, वहां पर चेक किया गया है कि पानी के अंदर दलदल तो नहीं है. जहां गहराई ज्यादा है, वहां पर बैरिकेडिंग के एरिया को सीमित कर दिया गया है. घाट से महज सात-आठ फुट के बाद ही बैरिकेड कर दिया गया है.