पटना : सरकार के खिलाफ धरने में भाकपा माले-मांझी नहीं होंगे साथ

पटना : एनडीए के खिलाफ 13 नवंबर को संपूर्ण विपक्ष की ओर से पटना समेत सभी जिलों में आयोजित धरने में भाकपा माले और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी अलग रहेगी. इस संबंध में महागठबंधन और वाम दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस शुक्रवार को हुई, जिसमें सभी दलों ने 13 नवंबर को एक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 9, 2019 4:52 AM
पटना : एनडीए के खिलाफ 13 नवंबर को संपूर्ण विपक्ष की ओर से पटना समेत सभी जिलों में आयोजित धरने में भाकपा माले और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी अलग रहेगी. इस संबंध में महागठबंधन और वाम दलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस शुक्रवार को हुई, जिसमें सभी दलों ने 13 नवंबर को एक साथ जिला समाहरणालयों में प्रदर्शन करने की घोषणा की है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाकपा माले और हम के कोई प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए. एक दिन पहले ही जीतन राम मांझी की पार्टी ने महागठबंधन से अलग होने की घोषणा कर दी है. इधर, भाकपा-माले के पाेलित ब्यूरो सदस्य धीरेंद्र झा ने कहा कि 13 नवंबर को राज्यभर में महागठबंधन और वाम दलों के प्रदर्शन में उनकी पार्टी साथ रहेगी या नहीं, इसका निर्णय अभी नहीं हुआ है. उन्होंने आरोप लगाया कि महागठबंधन की ओर से समन्वय में कमी हुई है.
दूसरी ओर रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बिहार में शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपट हो गयी है. लोग एनडीए की सत्ता से मुक्त होना चाहते हैं. भाकपा राज्य सचिव सत्यनाराण सिंह ने कहा कि बिहार में कोई सुरक्षित नहीं है. ऐसे में विपक्षी पार्टियों को एकजुट होकर लड़ना होगा. वाम दल पूरी तरह से महागठबंधन के साथ एनडीए के खिलाफ लड़ेगा.
कांग्रेस ने कहा महागठबंधन के साथ हैं मांझी
इधर, महा-गठबंधन से मांझी के अलग होने
के सवाल पर कांग्रेस ने डैमेज कंट्रोल का काम किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद कांग्रेस नेता अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि मांझी महागठबंधन के साथ हैं. उनसे सुबह ही बात हुई है.

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