पटना : गुजरात के पाटीदार नेता हार्दिक पटेल दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं. उन्होंने शनिवार को कांग्रेस विधानमंडल के नेता सदानंद सिंह और कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा से मुलाकात की. इसके बाद शाम को होटल लेमन ट्री होटल में छात्रों व किसानों के बीच सीधा संवाद कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत में बीते पांच वर्ष में 95 लाख युवाओं का रोजगार छीन गया है. मंदी के कारण गुजरात में नौकरी करने वाले बिहार के 4.5 लाख नौजवानों को सूरत आदि शहरों को छोड़ना पड़ा है. मीडिया पूरी तरह से खतरे में है. मैं यहां लगभग तीन वर्ष पहले आया था. बिहार की स्थिति जैसे पहले थी, वैसी आज भी है. कुछ भी परिवर्तन नहीं हुआ.
उन्होंने कहा कि जिस गुजरात मॉडल को पूरे देश में प्रचार किया जाता है. वहां आज 13 जिलों में पीने और सिंचाई के लिए पानी की समस्या है. गुजरात में एक भी राज्य सरकार का स्कूल नहीं है. गुजरात में साइलेंट करप्सन है. इसके अलावा हार्दिक पटेल ने वर्तमान सरकार पर इतिहास से छेड़छाड़ करने, मुद्दों के बदले धर्म की राजनीति करने और इवीएम के गलत उपयोग करने जैसे सवाल भी उठाये. इसके अलावा उन्होंने राम मंदिर मुद्दे पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला संतुलित है. इसका स्वागत करना चाहिए. अब धर्म के नाम पर लंबी राजनीति नहीं चलने वाली है.