गरीब बढ़ेगा, तो बिहार बढ़ेगा: दीपंकर भट्टाचार्य
पटना : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि गरीब आगे बढ़ेगा, तो बिहार बढ़ेगा. इसलिए जरूरी है कि मनरेगा में दो सौ दिन काम और पांच सौ रुपये प्रतिदिन मजदूरी तय की जाये. सरकार की पेंशन योजना में चार सौ रुपये प्रतिमाह दिया जाता है, जिसे बढ़ाकर तीन हजार किया […]
पटना : भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि गरीब आगे बढ़ेगा, तो बिहार बढ़ेगा. इसलिए जरूरी है कि मनरेगा में दो सौ दिन काम और पांच सौ रुपये प्रतिदिन मजदूरी तय की जाये. सरकार की पेंशन योजना में चार सौ रुपये प्रतिमाह दिया जाता है, जिसे बढ़ाकर तीन हजार किया जाये. शनिवार को गेट पब्लिक लाइब्रेरी में खेग्रामस के छठा सम्मेलन को संबोधित करते हुए दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि बिहार में विधानसभा का अगला चुनाव गरीब-मजदूर तय करेगा. चुनाव में एकजुट होकर वोट करना है.
मंदिर-मस्जिद और हिंदू-मुस्लिम के झगड़े में नहीं पड़ना है. वैसे नेताओं से भी बचकर रहना है, जो झगड़ा लगाते हैं और मांझी की तरह कभी इस दल, तो कभी दूसरे दल में भागने में लगे रहते है. हम गरीबों के लिए भूदान की 21 लाख एकड़ जमीन मांगते हैं. दीपंकर ने कहा कि केंद्र सरकार ने तीन साल पहले नोटबंदी से मंदी लायी और अब बैंकबंदी हो रही है.
देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है. बैंक में पड़ा आप अपना पैसा नहीं निकाल सकते हैं. मोदी सरकार एनआरसी के नाम पर लोगों से उनकी नागरिकता छीन रही है. देश भर में यह लागू हो गया, तो चार करोड़ से अधिक लोगों की नागरिकता खत्म हो जायेगी. उन्होंने कहा कि खेग्रामस के नेता, जो जेल में बंद हैं. उनको छोड़ने की मांग भी सरकार से करते हैं.
केंद्र सरकार आयुष्मान के नाम पर हर गरीब को मेडिकल कार्ड दे रही है, लेकिन हॉस्पिटल और डॉक्टर नहीं है. कार्ड लेकर इलाज कहां करायेंगे.
महागठबंधन से आमंत्रण आयेगा, तो हम सोचेंगे
महागठबंधन और वाम दलों का 13 को संयुक्त प्रदर्शन जिलों में होगा, इस प्रदर्शन में अभी तक भाकपा-माले साथ नहीं हैं. पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर ने कहा कि उधर से समन्वय होगा, तो पार्टी विचार करेगी कि हम सब महागठबंधन के साथ चलेंगे या नहीं. फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है.
मनरेगा में दो सौ दिन काम और पांच सौ रुपये प्रतिदिन मजदूरी तय की जाये
ऐसे नेताओं से बचना चाहिए जो झगड़ा लगाते हैं
कार्यक्रम में स्वदेश भट्टाचार्य, राज्य पालित ब्यूरो के धीरेंद्र झा, राज्य सचिव कुणाल, महबूब आलम, सुदामा प्रसाद, सत्यदेव राम, वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता, मीना तिवारी व सरोज चौबे सहित अन्य नेताओं ने अपनी बातें कहीं.