पटना : किशोर कुणाल ने सौंपा था रंगीन स्केल के साथ नक्शा
पटना : आचार्य किशोर कुणाल ने दावा किया है कि अयोध्या में जहां बाबरी मस्जिद का ढांचा खड़ा था, उसके गर्भ गृह के बीच ही भगवान राम का जन्मस्थल रहा है. अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे की सुनवाई के क्रम में आचार्य कुणाल भी सक्रिय रहे थे. प्रभात खबर से बातचीत […]
पटना : आचार्य किशोर कुणाल ने दावा किया है कि अयोध्या में जहां बाबरी मस्जिद का ढांचा खड़ा था, उसके गर्भ गृह के बीच ही भगवान राम का जन्मस्थल रहा है.
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रहे मुकदमे की सुनवाई के क्रम में आचार्य कुणाल भी सक्रिय रहे थे. प्रभात खबर से बातचीत में उन्होंने कहा कि उनके दावे और तथ्य को सर्वोच्च अदालत ने भी खारिज नहीं किया है. बल्कि, अपने आदेश में साफ तौर पर लिखा है कि इस बार सिर्फ आस्था की बात नहीं है, रामजन्म भूमि के संबंध में प्रमाण भी मिले हैं. भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी रहे किशोर कुणाल को तत्कालीन वीपी सिंह सरकार ने 1990 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी और विश्व हिंदू परिषद विवाद में अाफिसर आन स्पेशल डयूटी के तौर पर नियुक्त किया था.
उन्हें अयोध्या मामले का जानकार भी माना जाता है. आचार्य कुणाल बताते हैं, सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्हें ज्ञात हुआ कि अदालत नक्शे की तलाश में है. दुर्गा पूजा के समय उन्होंने अवकाश लेकर नक्शा जुटाया. स्केल के साथ रंगीन नक्शा तैयार किया.
उसके साथ 20 पन्नों का प्रमाण भी कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया. आचार्य ने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि कोर्ट ने उनके प्रमाण और नक्शे को सही माना और आदेश का महत्वपूर्ण बिंदु बना. आचार्य ने अयोध्या में राम मंदिर बनने के लिए पटना महावीर मंदिर की ओर से दो करोड़ रुपये प्रतिवर्ष दिये जाने की घोषणा की है.