शिक्षक कोटे से चार सिंडिकेट सदस्य चयनित, चार राजभवन से मनोनीत

पटना : सीनेट की बैठक में ही चार नये सिंडिकेट सदस्यों का चयन किया गया. इसमें एक एससी-एसटी शिक्षक वर्ग से अभय प्रकाश निर्विरोध चुने गये. वहीं जेनरल कैटेगरी असिस्टेंट प्रोफेसर में वाणी भूषण को जीत हासिल हुई. प्रोफेसर-रीडर जेनरल वर्ग में प्रो एसबी लाल का चुनाव किया गया. वहीं ओबीसी वर्ग से डॉ रविंद्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2019 6:40 AM

पटना : सीनेट की बैठक में ही चार नये सिंडिकेट सदस्यों का चयन किया गया. इसमें एक एससी-एसटी शिक्षक वर्ग से अभय प्रकाश निर्विरोध चुने गये. वहीं जेनरल कैटेगरी असिस्टेंट प्रोफेसर में वाणी भूषण को जीत हासिल हुई. प्रोफेसर-रीडर जेनरल वर्ग में प्रो एसबी लाल का चुनाव किया गया. वहीं ओबीसी वर्ग से डॉ रविंद्र कुमार का चुनाव किया गया. चार नन टीचिंग कैटेगरी में राजभवन के द्वारा मनोनीत किये गये हैं.

इसमें डॉ सुधाकर सिंह, नीतीश कुमार टनटन का जनरल वर्ग से, ओबीसी से रौनक अफरोज तथा एससी-एसटी वर्ग से वीणा प्रसाद को सिंडिकेट सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया. हालांकि वर्तमान कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुबोध कुमार ने डॉ सुधार सिंह को सिंडिकेट सदस्य चुने जाने का सदन में विरोध किया.
शोध व इनोवेशन से बनेगी अंतरराष्ट्रीय पहचान : कुलपति
पटना : पटना विश्वविद्यालय के कुलपति ने सीनेट की बैठक में अपने अध्यक्षीय भाषण में विवि की विभिन्न उपलब्धियों को गिनाया. साथ ही आने वाले चुनौतियों के संबंध में भी ध्यान आकृष्ट किया. उन्होंने कहा कि आनेवाले दिनों में विवि के सामने सबसे बड़ी चुनौती यह है कि हम शोध व इनोवेशन दिशा में कारगर कदम उठायें. तभी हमारी पहचान राष्ट्रीय व अंतराष्ट्रीय स्तर पर होगी.
इसके लिए विवि जरूरी प्रयास कर रहा है. दूसरी चुनौती है कि नैक ग्रेडिंग के बाद रुसा द्वारा आवंटित 20 करोड़ रुपये का उपयोग छात्रों के लिए पारदर्शिता केे साथ किया जाये और तीसरी चुनौती है छात्रों के कॅरियर को क्लास रूम टीचिंग के साथ काउंसेलिंग, प्लेसमेंट व ग्लोबल एक्सपोजर के रूप में विकास किया जायेगा.
चौथी चुनौती विवि को एनआइआरएफ के लिए प्रस्तुत करना है. यूएमआइएस को सही तरीके से लागू करना भी एक चुनौती है ताकि किसी छात्र या अभिभावक को विवि का चक्कर न लगाना पड़े. उन्होंने कहा कि जल्द ही पुस्तकालय में कैफेटेरिया व ऑटोमेशन का काम पूरा हो जायेगा. साथ ही पुस्तकालय में नयी किताबों की खरीब भी की जायेगी.

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