नंदलाल छपरा व दानापुर में 26 मकान तोड़े गये

पटना : बादशाही नाले को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए गुरुवार को भी जिला प्रशासन का अभियान जारी रहा. सुबह के 10:30 बजे तीन टीमें पुलिस बल के साथ सदर अंचल के नंदलाल छपरा में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचीं. इस दौरान नंदलाल छपरा में बादशाही नाले पर बनाये गये 11 पक्के मकानों को जेसीबी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 15, 2019 6:50 AM

पटना : बादशाही नाले को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए गुरुवार को भी जिला प्रशासन का अभियान जारी रहा. सुबह के 10:30 बजे तीन टीमें पुलिस बल के साथ सदर अंचल के नंदलाल छपरा में अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंचीं. इस दौरान नंदलाल छपरा में बादशाही नाले पर बनाये गये 11 पक्के मकानों को जेसीबी से तोड़ दिया गया. इसमें आठ बड़े पक्के मकान, जबकि तीन छोटे पक्के मकान थे.

इसके अलावा दानापुर में आरपीएस मोड़ से आरपीएस इंजीनियरिंग कॉलेज मोड़ तक 20 झोंपड़ियां और 15 पक्के मकानों को तोड़ा गया. अतिक्रमणमुक्त हो चुके बादशाही नाले की उड़ाही करायी गयी. अतिक्रमित मकान मालिकों द्वारा मकान नहीं तोड़े जाने पर, उनसे जुर्माना वसूलने के साथ-साथ प्राथमिकी दर्ज की जा रही है.
नाला उड़ाही को लेकर आयुक्त ने की बैठक
प्रमंडलीय आयुक्त ने अपने कार्यालय कक्ष में नाला उड़ाही को लेकर जल संसाधन विभाग के अभियंताओं के साथ गुरुवार को समीक्षा बैठक की. इसमें डीएम कुमार रवि, अपर समाहर्ता राजस्व राजीव कुमार श्रीवास्तव, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, भूमि सुधार उप समाहर्ता पटना सदर, मसौढ़ी, दानापुर एवं पटना सिटी तथा अंचलाधिकारी पटना सदर उपस्थित रहे.
बैठक में आयुक्त ने बादशाही नाला सहित सभी नालों पर अतिक्रमण हटाने एवं नाला उड़ाही के कार्यों को तत्परता एवं मुस्तैदी से करने का निर्देश दिया. आयुक्त ने निर्देश दिया है कि अतिक्रमण हटाओ अभियान एवं नाला उड़ाही के दौरान रोज शाम को डीएम बैठक करेंगे.
खतियानी नक्शे के आधार पर नाले का किया गया सर्वेक्षण
प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल के निर्देश पर बादशाही नाले से अतिक्रमण हटाने के बाद आनंदपुरी नाला, पटेलनगर नाला, सैदपुर से शनिचरा तक सैदपुर नाला, जोगीपुर संप हाउस से बाइपास होते हुए पहाड़ी तक अवस्थित नाले का खतियानी नक्शा के आधार पर सर्वेक्षण किया गया.
इसके अलावा एनबीसीसी द्वारा निर्मित नाला, नंदलाल छपरा से मीठापुर तक बाइपास किनारे अवस्थित नाला, बाकरगंज नाला, कुर्जी नाला, दीघा अशियाना पथ तथा एयरपोर्ट से राजधानी वाटिका होते हुए अशोक राजपथ, सरपेंटाइन, मंदिरी नाला का विस्तृत सर्वेक्षण किया गया.
बुधवार को चलाधिकारी फुलवारीशरीफ ने खेमनीचक स्थित बादशाही नाले के उत्तरी भाग में अतिक्रमित मकानों की नापी करा कर लाल निशान लगवाया गया है. बादशाही नाले को अतिक्रमण मुक्त करते हुए उड़ाही के बाद सभी मुख्य नालों पर से अतिक्रमण हटा कर उड़ाही होगी. इससे जलजमाव की समस्या लगभग खत्म हो जायेगी.
66 फुट चौड़ा नाला 20 फुट में बह रहा, आखिर क्यों न डूबे शहर
पटना. सरकारी जमीन पर अतिक्रमण तो पूरे शहर में है, लेकिन जब नाले को अपनी सुविधा अनुसार पाट कर उस पर मकान, सड़क या पुलिया बना लिया जाये, तो ड्रेनेज सिस्टम फेल होगा ही. शहर से बारिश का पानी औसतन 66 फुट चौड़े नाले से निकलना था, लेकिन जब यह नाला सिर्फ 20 फुट और कहीं-कहीं 5 फुट में ही बहे, तो शहर का डूबना तय है.
इस हालत में पानी के निकलने का नहीं बल्कि सूखने का इंतजार करना पड़ेगा. यह हालत खेमनीचक से लेकर नंदलाल छपरा तक है. बादशाही पइन पर जबरदस्त अतिक्रमण है. खेमनीचक में 26 फुट नाले पर कब्जा किया गया है और सिर्फ 40 फुट में ही नाला बह रहा है.
लेकिन उससे भी खराब स्थिति नंदलाल छपरा में है. गैस गोदाम के पास जिला प्रशासन की टीम ने जहां अतिक्रमण हटाया, वहां पर अवैध कब्जा के चलते 66 फुट का नाला कहीं 20 फुट तो कहीं पांच फुट ही रह गया है. गुरुवार को डीसीएलआर, सीओ सदर समेत अन्य पदाधिकारियों की मौजूदगी में नाले पर किये गये कब्जे को हटाया गया.
खेमनीचक में जाम नाले की उड़ाही शुरू
खेमनीचक में पूरी तरह से जाम हो चुके नाले की उड़ाही शुरू हो गयी है. कमिश्नर संजय कुमार अग्रवाल और डीएम कुमार रवि की फटकार के बाद यहां उड़ाही शुरू हुई है. जेसीबी और पोकलेन लगाकर नाले में जमा सिल्ट निकाला गया. कुछ मकान यहां भी तोड़े गये हैं. बाकी लोगों को नोटिस दिया गया है.

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