गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह पंचतत्व में हुए विलीन, भोजपुर के महुली घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
आरा/सरैंया : महान गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. इसके साथ ही गणित की कई अनसुलझी पहेलियां भी अनंत यात्रा पर निकल गयीं. बड़हरा प्रखंड के सिन्हा ओपी क्षेत्र स्थित गंगा नदी के महुलीघाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. डॉ सिंह के भतीजे मुकेश […]
आरा/सरैंया : महान गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गये. इसके साथ ही गणित की कई अनसुलझी पहेलियां भी अनंत यात्रा पर निकल गयीं. बड़हरा प्रखंड के सिन्हा ओपी क्षेत्र स्थित गंगा नदी के महुलीघाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. डॉ सिंह के भतीजे मुकेश कुमार सिंह ने उन्हें दोपहर 12:32 पर मुखाग्नि दी.
मुखाग्नि के पहले उनके पार्थिव शरीर पर उपस्थित विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री, पूर्व मंत्री, विधायक, विधान पार्षद सहित हजारों लोगों ने पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इस अवसर पर अपने महान गणितज्ञ के लिए सभी की आंखें नम थीं.
सभी के चेहरे पर इस विलक्षण प्रतिभा के खोने का गम था. कई लोग फफक कर रो रहे थे. जिला प्रशासन ने डॉ वशिष्ठ के सम्मान में घाट की सफाई करायी थी. इस अवसर पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जय कुमार सिंह,
पूर्व मंत्री राघवेंद्र प्रताप सिंह, विधानसभा केपूर्व उपाध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह, विधायक प्रभुनाथ राम, विधान पार्षद राधाचरण साह, जदयू नेता शैलेंद्र प्रताप सिंह, छोटू सिंह, पूर्व विधायक संजय टाइगर, भाई ब्रह्मेश्वर, जदयू नेता डॉ के सिंह, डीएम रोशन कुशवाहा, एसपी सुशील कुमार, एसडीओ अरुण प्रकाश, सहित हजारों लोग मौजूद थे.
शवयात्रा में उमड़े लोग
डॉ सिंह के बसंतपुर स्थित पैतृक घर से सुबह नौ बजे शवयात्रा की शुरुआत हुई. घर से घाट तक की छह किमी की दूरी को तय करने में तीन घंटे से अधिक समय लगे. इस दौरान प्रशासन ने अन्य वाहनों को रोककर शवयात्रा के लिए सड़क को खाली करा दिया था. दूरदराज के गांवों से भी काफी लोग घाट पर पहुंचे हुए थे. इस दौरान हजारों लोग उनकी शवयात्रा में शामिल थे व सभी उनसे जुड़े संस्मरण एक-दूसरे से साझा कर रहे थे.
सारण : डॉ वशिष्ठ के नाम पर जेपी विवि गणित के टॉपर को देगा गोल्ड मेडल
छपरा (सारण) : जयप्रकाश जयप्रकाश विवि के सीनेट हॉल में कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने गणितज्ञ डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अगले साल पीजी में गणित के टॉपर छात्र को डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह गोल्ड मेडल दिया जायेगा. कुलपति ने कहा कि सीनेट व सिंडिकेट की बैठक में इसे पास कराया जायेगा
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गार्ड ऑफ ऑनर
डॉ वशिष्ठ नारायण सिंह को घाट पर बिहार पुलिस के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया. उन्हें 24 राइफलों से सलामी दी गयी. इस दौरान वशिष्ठ नारायण सिंह अमर रहें, जब तक सूरज चांद रहेगा, वशिष्ठ बाबू का नाम रहेगा के नारों से पूरा इलाका गूंज रहा था. प्रशंसक उनका एक झलक पाने को बेताब थे. लोगों को लग रहा था कि आज के बाद विलक्षण विभूति का दर्शन नहीं हो पायेगा.