पटना सिटी : नहीं आये नये मरीज, पुरानों का पलायन

एनएमसीएच में जूनियर डाॅक्टरों की हड़ताल. आज से और बढ़ सकती है मरीजों की परेशानी पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से रविवार को भी केंद्रीय व शिशु इमरजेंसी में दोपहर तक नये मरीज भर्ती नहीं हुए. पहले से जो मरीज भर्ती थे, उनका उपचार सीनियर डॉक्टरों ने किया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 18, 2019 9:22 AM
एनएमसीएच में जूनियर डाॅक्टरों की हड़ताल. आज से और बढ़ सकती है मरीजों की परेशानी
पटना सिटी : नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल से रविवार को भी केंद्रीय व शिशु इमरजेंसी में दोपहर तक नये मरीज भर्ती नहीं हुए. पहले से जो मरीज भर्ती थे, उनका उपचार सीनियर डॉक्टरों ने किया.
इधर हड़ताली जूनियर डॉक्टर बैठक कर रणनीति बनाते रहे. जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि रंजन कुमार रमण व सचिव राहुल शेखर ने बताया कि आंदोलन की मांग को लेकर बिहार जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने मांगों व आंदोलन का समर्थन किया है. हालांकि हड़ताल की वजह से अस्पताल की व्यवस्था चरमरा गयी है. कुछ मरीज पलायन भी करने लगे हैं. प्रभारी अधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि मरीजों का उपचार चल रहा है.
कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता ने अस्पताल में सुचारु चिकित्सा व्यवस्था कायम रखने के लिए सिविल सर्जन को पत्र भेज कर 30 डॉक्टरों को प्रतिनियुक्त करने की मांग की है. प्राचार्य ने कहा कि मरीजों के उपचार में किसी तरह की बाधा नहीं आयेगी. ओपीडी व आॅपरेशन समेत हर कार्य होगा. रविवार को एसडीओ राजेश रौशन भी अस्पताल पहुंचे और प्रभारी अधीक्षक से जानकारी ली.
शिशु रोग विभाग में सन्नाटा
शिशु रोग इमरजेंसी में भर्ती मरीज पलायन कर गये. शनिवार को शिशु इमरजेंसी में जहां 14 मरीज भर्ती थे. हंगामा के बाद लगभग सभी चले गये. शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में रविवार को ड्यूटी पर बैठे डाॅ राजेश कुमार ने बताया कि रविवार को एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ है.
रविवार होने की वजह से ओपीडी व जेनरल ओटी की सेवा बंद थी. इमरजेंसी में ही मरीजों का इलाज हुआ. सोमवार को ओपीडी खुलेगा तो परेशानी बढ़ सकती है. अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक सह उपाधीक्षक डॉ गोपाल कृष्ण ने वार्डों का निरीक्षण किया और मरीज से उपचार व्यवस्था की जानकारी ली.
वार्ता रही बेनतीजा
प्राचार्य डॉ विजय कुमार गुप्ता व प्रभारी अधीक्षक ने जूनियर डॉक्टरों के साथ वार्ता कर हड़ताल समाप्त करने को कहा, लेकिन जूनियर डॉक्टर लंबित मांगों को पूरा होने तक हड़ताल समाप्त नहीं करने की चेतावनी दी. एसोसिएशन के अध्यक्ष डाॅ रवि रंजन कुमार रमण ने कहा कि जब तक सभी मांगें नहीं मान ली जाती तब तक हड़ताल समाप्त नहीं होगी.
सोमवार को भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी. मामला यह है कि शनिवार को शिशु रोग विभाग की इमरजेंसी में भर्ती 13 वर्षीय डेंगू पीड़ित किशोर खुसरूपुर निवासी रजनीश की मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. आक्रोशित परिजनों ने हंगामा मचाया और जूनियर के साथ भिड़ंत हो गयी. इसके बाद से नाराज होकर जूनियर हड़ताल पर चले गये.
क्या है जूनियर डॉक्टरों की मांग
एसोसिएशन के अध्यक्ष रवि रंजन कुमार रमण व सचिव राहुल शेखर ने बताया कि उनकी प्रमुख मांगों में शिशु रोग विभाग के विभागाध्यक्ष व अस्पताल अधीक्षक लापरवाही की जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दें. अस्पताल में तैनात सुरक्षा कार्ड की कंपनी को हटा कर प्रभावी एजेंसी को सौंपा जाये, सुरक्षा व्यवस्था में लगे सीसीटीवी कैमरा, सिक्युरिटी अलार्म सिस्टम, सायरन को दुरुस्त किया जाये. इमरजेंसी में खराब पड़े उपकरण को बनवाने व जीवन रक्षक दवा उपलब्ध कराने, डॉक्टर पर हमला करने वाले को मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट के तहत कार्रवाई करने, अस्पताल के टीओपी में नियमित तौर पर एएसआइ व छह जवान की तैनाती हो.
जो वर्दी में रहे. पीजी छात्रों के लिए अस्पताल परिसर में छात्रावास की व्यवस्था व एक्सीडेंट में मरे डॉ इनामुल हक के परिजनों को उचित मुआवजा राशि सरकार से दिलाने, अस्पताल के मेन गेट के सामने स्पीड ब्रेकर व बैरियर का निर्माण कराने समेत अन्य मांगों को उठाया है.

Next Article

Exit mobile version