पटना : भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं की उदासीनता के कारण कल जमाने बाद जमीन पर उतर कर आंदोलन करने की कांग्रेसी नेताओं की योजना पहले ही दिन औंधे मुंह धराशायी हो गयी.
एक राष्ट्रीय पार्टी के इतने प्रचारित कार्यक्रम का ऐसा हश्र होते देखना काफी हास्यास्पद है. फाइव स्टारी नेताओं को तरजीह देने के कारण कांग्रेस में ऐसे जमीनी नेता बचे ही नहीं हैं, जिनकी बात का कार्यकर्ताओं पर असर हो. जमींदारी ठाठ-बाट वाले इनके फाइव स्टारी नेताओं को धूल-मिट्टी में उतरना अपनी शान के खिलाफ लगता है. इन्हें डर लगता है कि आम कार्यकर्ताओं के साथ खड़े होने पर इनके ब्रांडेड कपड़े और जूते कहीं गंदे न हो जाएं. यही कारण है कि इनकी राजनीति जमीन से ज्यादा ट्विटर पर चलती है.
इसके अलावा बिहार में पांच सितारा होटल न होने के कारण दिल्ली से इनके केंद्रीय नेता यहां कभी-कभार ही आते हैं और उन्हीं की तर्ज पर चलते हुए इनके स्थानीय नेता भी बिहार के गांव-टोलों में जाने से घबराते हैं.