मूल्यांकन में 9% बच्चों को ही ए ग्रेड
पटना : प्रारंभिक कक्षाओं में कक्षा एक से आठ तक के चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान हुई अर्धवार्षिक परीक्षा में केवल 9 फीसदी (8.84) बच्चों को ए ग्रेड हासिल हुआ है. पिछले कुछ वर्षों की तुलना में ए ग्रेड (81-100 फीसदी अंक लाने वाले ) में पास होने वाले बच्चों का यह प्रतिशत स्थिर है. […]
पटना : प्रारंभिक कक्षाओं में कक्षा एक से आठ तक के चालू शैक्षणिक सत्र के दौरान हुई अर्धवार्षिक परीक्षा में केवल 9 फीसदी (8.84) बच्चों को ए ग्रेड हासिल हुआ है.
पिछले कुछ वर्षों की तुलना में ए ग्रेड (81-100 फीसदी अंक लाने वाले ) में पास होने वाले बच्चों का यह प्रतिशत स्थिर है. कई जिलों में कुछ कम भी है. बिहार शिक्षा परियोजना के अनुसार उत्साहजनक स्थिति यह बतायी जा रही है कि इ और डी ग्रेड में पास होने वाले बच्चों का प्रतिशत काफी घटा है. चालू शैक्षणिक सत्र 2019-20 में इस परीक्षा में भाग लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या करीब 1.5 करोड़ से अधिक है.
बी और सी ग्रेड से पास करने वाले हैं अधिकांश बच्चे : चालू शैक्षणिक सत्र के अर्धवार्षिक मूल्यांकन की रिपोर्ट बताती है कि डी ग्रेड में 33-40 फीसदी, और इ ग्रेड में 32 फीसदी तक की कमी आयी है. बी ग्रेड में 61 से 80 फीसदी और सी ग्रेड 41 से 60 फीसदी पास होने वाले बच्चों का प्रतिशत बढ़ा है.
हाल ही में आयोजित अर्धवार्षिक परीक्षा में इ ग्रेड पाने वाले बच्चों का प्रतिशत केवल 1.2 फीसदी है. पिछले वर्षों के मूल्यांकन में इस ग्रेड में आने वाले विद्यार्थियों का प्रतिशत तीन फीसदी से अधिक था. डी ग्रेड हासिल करने वाले बच्चों का प्रतिशत 5.31 फीसदी है.
इसमें भी सुधार हुआ है. पिछले साल इस ग्रेड में 9 फीसदी से अधिक बच्चे थे. हालांकि बी और सी ग्रेड की स्थिति में काफी सुधार हुआ है. इस सत्र में बी ग्रेड में पास होने वाले बच्चों का प्रतिशत 48.18 फीसदी और सी ग्रेड में पास होने वाले बच्चों का प्रतिशत 36.46 फीसदी रहा है. इन दोनों ग्रेड में बच्चों की संख्या अच्छी-खासी बढ़ी है.
बिहार शिक्षा परियोजना ने मांगी थी रिपोर्ट
उल्लेखनीय है कि बिहार शिक्षा परियोजना ने सभी 38 जिलों से अर्धवार्षिक मूल्यांकन की रिपोर्ट मांगी थी. इसमें औपचारिक तौर पर 18 जिलों ने रिपोर्ट भेजी है.
रिपोर्ट के मुताबिक इन जिलों के 37.12 लाख बच्चों ने मूल्यांकन परीक्षा दी. हालांकि इन जिलों में 42.76 लाख नामांकन हैं. शेष जिलों ने अनौपचारिक तौर पर जानकारी साझा की है. इस आधार पर औसत मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की गयी है. विश्लेषण करने पर पता चलता है कि 13% से अधिक बच्चों ने अर्धवार्षिक परीक्षा में भाग ही नहीं लिया.
विशेष तथ्य : प चंपारण, सीवान, शेखपुरा, सारण, समस्तीपुर, सहरसा, नालंदा, किशनगंज, कैमूर, गोपालगंज, बांका और अरवल ने अपनी मूल्यांकन रिपोर्ट दी है. शेष जिलों ने अभी तक रिपोर्ट नहीं सौंपी है. मूल्यांकन का अनौपचारिक ट्रेंड उन्होंने बता दिया है.
चालू शैक्षणिक सत्र के लिए कक्षा एक से आठ तक की अर्धवार्षिक परीक्षा की औसत मूल्यांकन रिपोर्ट आ गयी है. रिपोर्ट के आकलन से पता चलता है कि पिछले वर्षों की तुलना में डी और इ ग्रेड के बच्चों में कमी आयी है. यह उत्साहजनक स्थिति है. हालांकि ए ग्रेड में बच्चों के सुधार की गुंजाइश बनी हुई है. इस रिपोर्ट के आधार पर कमजोर बच्चों को पढ़ाई के लिए विशेष क्लास लगायी जायेंगी.
– विनोद कुमार, राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी क्वालिटी कंट्रोल