बिहार विधानमंडल : कल से शुरू होगा शीतकालीन सत्र, पांच दिनों का होगा अल्पकालीन सत्र, पारित होंगे कई विधेयक
पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में पांच बैठकें निर्धारित की गयी हैं. सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में राज्यपाल द्वारा सदन नहीं रहने की अवधि में जारी अध्यादेशों की प्रमाणिक प्रतियां सदन पटल पर रखी जायेंगी. साथ ही वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पेश की जायेगी. शोक प्रकाश के […]
पटना : बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में पांच बैठकें निर्धारित की गयी हैं. सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में राज्यपाल द्वारा सदन नहीं रहने की अवधि में जारी अध्यादेशों की प्रमाणिक प्रतियां सदन पटल पर रखी जायेंगी.
साथ ही वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पेश की जायेगी. शोक प्रकाश के बाद सदन की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित हो जायेगी. सोमवार व मंगलवार को राजकीय विधेयक व राजकीय कार्य होंगे. बुधवार को वित्तीय वर्ष 2019-20 के द्वितीय अनुपूरक व्यय विवरणी पर वाद- विवाद और मतदान के साथ उससे संबंधी विनियोग विधेयक पारित होगा. गुरुवार को गैरसरकारी सदस्यों के कार्य लिये जायेंगे.
सदन के सत्र से जनता का हित पूरा हो, लोकतंत्र मजबूत बने : विजय कुमार चौधरी
बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बताया कि विधानसभा का शीतकालीन सत्र (14वां सत्र) शुक्रवार से आरंभ हो रहा है. उन्होंने बताया कि सत्र के दौरान होनेवाले विधायी कार्यों और संवाद से बिहार की जनता का हित पूरा होता है.
सदन में किसी विषय पर हुए गंभीर विमर्श का लाभ राज्य की जनता को मिलता है. इससे लोकतंत्र को भी मजबूती मिलती है. विधानसभा अध्यक्ष ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया कि सदन के हर दिन का सत्र एक उदाहरण होता है. पिछले सत्र में मुजफ्फरपुर में फैली एइएस की बीमारी को लेकर कार्यस्थगन मंजूर किया गया, जिससे उसपर व्यापक विमर्श किया गया.
सत्र के संचालन के लिए हुई बैठक
कार्यकारी सभापति ने सभी दलों से मांगा सहयोग
पटना : बिहार विधान परिषद के कार्यकारी सभापति प्रो हारुण रशीद ने सभी दलों से शीतकालीन सत्र के दौरान सहयोग की अपील की. सत्र के संचालन हेतु कार्यकारी सभापति के कक्ष में सर्वदलीय बैठक हुई.
बैठक में संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार, सत्तारूढ़ दल के मुख्य सचेतक संजय कुमार सिंह, विरोधी दल के मुख्य सचेतक सुबोध कुमार व पूर्व सभापति अवधेश नारायण सिंह सहित भाकपा के केदारनाथ पांडेय, राजद के रामचंद्र पूर्वे, कांग्रेस के मदन मोहन झा, जदयू से रामवचन राय, भाजपा के नवल किशोर यादव, जदयू के दिलीप कुमार चौधरी, कांग्रेस के प्रेमचंद मिश्रा और जावेद इकबाल अंसारी ने भाग लिया. बैठक में आगामी सत्र के कुशल, सफल एवं सौहार्दपूर्ण संचालन हेतु सभी दलों के सदस्यों द्वारा कार्यकारी सभापति को सार्थक सहयोग देने का भरोसा दिलाया गया. बैठक में बिहार विधान परिषद् के कार्यकारी सचिव बिनोद कुमार व उपसचिव शंभु शरण तिवारी ने भी भाग लिया.
सौ वर्षों का हो गया विधानसभा का भवन
पटना : विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि बिहार विधानसभा के भवन की आयु सौ वर्ष की हो गयी है. बिहार विधानसभा का स्थापना दिवस समारोह सात फरवरी को आयोजित किया जायेगा. इसके कार्यक्रम की तैयारी की जा रही है. उन्होंने बताया कि बिहार को 1920 में पूर्ण राज्य का दर्जा प्राप्त हो गया था. सात फरवरी, 1921 को विधानसभा की पहली बैठक आहूत की गयी थी.
शोधार्थियों को विधानसभा लाइब्रेरी में मिलेगा
प्रवेश : विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी ने बताया कि बिहार विधानसभा की समृद्ध लाइब्रेरी है. इसका लाभ विधानसभा के सदस्यों को मिलता है. उन्होंने बताया कि इस लाइब्रेरी का उपयोग शोध करनेवाले विद्यार्थियों को भी दिया जायेगा. साथ ही इसके एक कार्नर को पढ़ने के लिए भी तैयार किया जायेगा. लाइब्रेरी का सर्वाधिक उपयोग में लाने के लिए यह पहल की गयी है.