पटना : राजद के छठे प्रदेश अध्यक्ष पूर्व मंत्री जगदानंद सिंह होंगे. राजद के संगठनात्मक चुनाव में सोमवार को इस पद के लिए केवल उन्होंने नामांकन पत्र भरा. लालू-राबड़ी शासनकाल में पूरे 15 साल मंत्री रहे जगदानंद सिंह को पार्टी में लालू प्रसाद का करीबी माना जाता है.
उनका निर्विरोध निर्वाचन तय माना जा रहा है. इसकी औपचारिक घोषणा 27 नवंबर को होगी. इसके पहले पार्टी ने निवर्तमान अध्यक्ष रांमचंद्र पूर्वे को फिर से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नामांकन भरने को कहा था. लेकिन, स्वास्थ्य आदि कारणाें से उनके मना कर दिये जाने के बाद जगदानंद सिंह ने परचा दाखिल किया. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, अब्दुल बारी सिद्दीकी, भोला यादव समेत पार्टी के अनेक वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में श्री सिंह ने अपना नामांकन पत्र चुनाव अधिकारी तनवीर हसन को सौंपा.
सोमवार की शाम को ही स्क्रूटनी और मंगलवार को नाम वापसी निर्धारित है. जगदानंद सिंह के प्रस्तावक के रूप राजद की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, आलोक मेहता, अब्दुल बारी सिद्दीकी, अब्दुल गफूर और शिवचंद्र राम सहित 40 राजद नेताओं ने हस्ताक्षर किये हैं.
छठे प्रदेश अध्यक्ष होंगे
वर्ष 1997 में राजद के गठन के बाद जगदानंद सिंह छठे प्रदेश अध्यक्ष होंगे. पार्टी के पहले अध्यक्ष कमल पासवान थे. इसके बाद क्रमश: उदय नारायण चौधरी, पीतांबर पासवान, अब्दुल बारी सिद्दीकी और रामचंद्र पूर्वे प्रदेश अध्यक्ष बने.
जगदानंद सिंह बोले : 2020 के चुनाव में राजद इतिहास रचेगा
जगदानंद सिंह ने कहा कि मैं पार्टी की तरफ से दी गयी जिम्मेदारी को पूरी जवाबदेही के साथ निभाऊंगा. अपनी पीढ़ी और नौजवानों को साथ लेकर काम करूंगा. पार्टी आम लोगों के लिए संघर्ष करेगी. राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद के मार्गदर्शन में यह पार्टी 2020 के चुनाव में इतिहास रचेगी. पार्टी की जीत इस बात का संकेत होगी कि देश को धार्मिक उन्मादी नहीं, समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष लोग चलायेंगे.
पूर्वे ने खुद कमान छोड़ी : श्री सिंह ने साफ किया कि रामचंद्र पूर्वे को हटाया नहीं गया है. उन्होंने खुद फिर प्रदेश अध्यक्ष बनने से मना कर दिया. पार्टी में किसी तरह का मतभेद नहीं है.
जगदानंद सम्मानित नेता- राजद के निवर्तमान अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि जगदानंद सर्वसम्मति से नेता चुने गये हैं. मैंने पार्टी की बहुत सेवा की है. पार्टी की सेवा में दूसरे तरीकों से करता रहूंगा.
तेजस्वी बोले, जगदानंद हमारे अभिभावक : जगदानंद सिंह हमारे अभिभावक हैं. वरिष्ठ हैं. चूंकि 2020 चुनावी साल है, इसके लिए उनसे बेहतर कोई और नहीं हो सकता था. राज्य की सरकार निरंकुश होकर काम कर रही है. हम आम लोगों के लिए संघर्ष करेंगे.