नयी दिल्ली : बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई में राजग गठबंधन मजबूत स्थिति में होने का दावा करते हुए इस गठबंधन में शामिल लोक जन शक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान ने सुझाव दिया है कि राष्ट्रीय स्तर पर घटक दलों में बेहतर सामंजस्य के लिए एक संयोजक एवं संयोजन समिति बनायी जानी चाहिए. चिराग ने कहा, ‘‘ बिहार में राजग गठबंधन के बारे में भ्रम फैलाया जा रहा है. लेकिन, हम स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि गठबंधन मजबूत स्थिति में है.’
चिरागपासवान ने कहा कि लोक जनशक्ति पार्टी ने पहले ही स्पष्ट किया है कि अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे. इस बारे में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह भी स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं. लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि राजग गठबंधन मजबूत है, जबकि महागठबंधन में बिखराव हो रहा है. चिराग पासवान ने दावा किया कि बिहार में राजग गठबंधन अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव में 200 से अधिक सीट सीट जीतेंगी.
यह पूछे जाने पर कि पिछले कुछ समय में राजग में कई घटक दलों के अलग होने के कारण गठबंधन पर क्या प्रभाव पड़ा है, लोजपा अध्यक्ष ने कहा कि तेदेपा, उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी, जीतनराम मांझी की पार्टी और अब शिवसेना जैसे राजग के घटक दलों के अलग होने से कुछ चिंताएं जरूर उभरी इसलिए हमने राजग में संयोजक बनाने और संयोजन समिति गठित किये जाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि हाल ही में राजग की बैठक के दौरान उन्होंने (चिराग) प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के समक्ष इस विषय को उठाया. संयोजक एवं संयोजन समिति बनने से घटक दलों में बेहतर संवाद हो सकेगा और सरकार की बातों को रखा जा सकेगा.
झारखंड में लोक जनशक्ति पार्टी के अलग चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हम झारखंड में भाजपा के साथ चुनाव लड़ना चाहते थे, लेकिन सहमति नहीं बन पाई, ऐसे में हम राज्य में अकेले चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में भी हम भाजपा के साथ चुनाव लड़ना चाहते हैं और अगर सहमति नहीं बनती है तब अकेले चुनाव लड़ेंगे.
चिराग ने कहा, ‘‘ इसके साथ ही यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि भाजपा के साथ हमारा गठबंधन केवल बिहार के लिये है. दूसरे राज्यों में हमारे (लोजपा) अलग चुनाव लड़ने से गठबंधन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.’ उन्होंने कहा कि 28 नवंबर को लोक जनशक्ति पार्टी का स्थापना दिवस है और हमारा लक्ष्य देश के अलग अलग प्रदेशों में पार्टी के विस्तार पर होगा.