पटना : समय सीमा में हार्डिंग पार्क स्टेशन बनाना होगा चुनौती

पटना : दानापुर रेलमंडल क्षेत्र में यात्री सुविधाओं व आधारभूत संरचनाओं से संबंधित योजनाएं पाइपलाइन में हैं या फिर योजना पर काम किया जा रहा है. इसमें हार्डिंग पार्क सब-अरबन स्टेशन बनाना, पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स, पाटलिपुत्र स्टेशन को पीछे से जोड़ना, किऊल स्टेशन पर आरआरआइ इंस्टॉलेशन और कुहासे के दिनों में ट्रेन परिचालन आदि मुख्य […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 27, 2019 9:37 AM
पटना : दानापुर रेलमंडल क्षेत्र में यात्री सुविधाओं व आधारभूत संरचनाओं से संबंधित योजनाएं पाइपलाइन में हैं या फिर योजना पर काम किया जा रहा है. इसमें हार्डिंग पार्क सब-अरबन स्टेशन बनाना, पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स, पाटलिपुत्र स्टेशन को पीछे से जोड़ना, किऊल स्टेशन पर आरआरआइ इंस्टॉलेशन और कुहासे के दिनों में ट्रेन परिचालन आदि मुख्य हैं. इन योजनाओं को निर्धारित समय पर पूरा करना नये डीआरएम सुनील कुमार के सामने चुनौतीपूर्ण होगा. पेश है रिपोर्ट.
कागजी प्रक्रिया में अटकी है स्टेशन की योजना : पूर्व डीआरएम ने हार्डिंग पार्क में सब-अरबन स्टेशन बनाने की योजना बनायी. इस योजना के तहत राज्य सरकार से भूखंड स्थानांतरण की प्रक्रिया पूरी हो गयी है.
वहीं, डाक विभाग के भूखंड को लेने की प्रक्रिया पूरी करनी है. इसको लेकर केंद्रीय मंत्री ने घोषणा की है, जिस पर कागजी प्रक्रिया पूरी की जा रही है. दरअसल, स्टेशन पर चार प्लेटफॉर्म बनाये जाने हैं. इस योजना पर काम शुरू हो जाना चाहिए था, जो अब तक कागजी प्रक्रिया में अटका हुआ है. डाक विभाग से जमीन लेकर काम शुरू कराना होगा.
कोचिंग कॉम्प्लेक्स तैयार करना : पाटलिपुत्र जंक्शन से आने-जाने वाली ट्रेनों का मेंटेनेंस दानापुर कॉम्प्लेक्स में होता है. ट्रेनों के मेंटेनेंस की सुविधा नहीं होने से पाटलिपुत्र जंक्शन से ट्रेनों की संख्या नहीं बढ़ायी जा रही है. इसको लेकर पाटलिपुत्र कोचिंग कॉम्प्लेक्स बनाने का काम शुरू किया गया, जो अक्तूबर में तैयार हो जाना चाहिए था, जो नहीं हो सका.
पाटलिपुत्र जंक्शन को पीछे से जोड़ना
वर्तमान में पाटलिपुत्र जंक्शन पर सिर्फ एक रास्ते से ही पहुंच सकते है. जंक्शन के दूसरे छोर से पहुंचने को लेकर फुट ओवर ब्रिज को विस्तार कर सड़क से जोड़ने की योजना बनायी गयी. यह योजना अब तक लटकी हुई है. अब नये डीआरएम को राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर जंक्शन को पीछे से जोड़ने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी, ताकि जंक्शन आने-जाने वाले यात्रियों को आसानी हो सके.
आरआरआइ का शीघ्र इंस्टॉलेशन कराना : दानापुर रेलमंडल क्षेत्र में सिर्फ किऊल स्टेशन है, जहां रूट रिले इंटरलॉकिंग सिस्टम (आरआरआइ) नहीं है. जबकि, यह रेलमंडल का महत्वपूर्ण स्टेशन है, जहां से कई रूटें निकलती हैं. हालांकि, आरआरआइ इंस्टॉलेशन की योजना बनी है, जिसे नये डीआरएम को समय सीमा में पूरा करना होगा. किऊल स्टेशन पर आरआरआइ सिस्टम एक्टिव होने के बाद ट्रेन परिचालन और आसान हो जायेगा.

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