पटना : जिले के धनहर खेतों के किसानों को ही सुखाड़ का मुअावजा मिलेगा. धनहर इलाके में सिंचाई नहीं होने की वजह से जो धान की फसल सूख गयी है, उन्हीं किसानों को मुआवजा के लिए आवेदन करना है.
लेकिन जिला कृषि कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार हजाराें की संख्या में किसान आवेदन कर रहे हैं. जिनके खेत धनहर नहीं हैं. धनहर इलाके के हिसाब से मसौढ़ी कुछ धनरूआ के किसानों के खेत इसमें आयेंगे. 30 नवंबर तक आवेदन लिये जायेंगे. इसके बाद कृषि समन्वयक खेतों में जाकर सर्वे करेंगे. इसकी वीडियाेग्राफी हाेगी. पूरी प्रक्रिया में सही पाये जाने वाले किसानों को ही इसका लाभ मिलना है. ऐसे लाभुकों को 6800 रुपये प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा दिया जायेगा.
बाढ़पीिड़तों को प्रति हेक्टेयर 13,800 रुपये मिलेंगे : बाढ़पीड़ितों इलाकों में जिनकी फसल बाढ़ से बर्बाद हुई है, उन्हें 13,800 प्रति हेक्टेयर के हिसाब से मुआवजा मिलना है. इसके लिए भी बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे हैं. जिस इलाके में बाढ़ का असर नहीं रहा है, वहां से भी आवेदन आ रहे हैं. जबकि धनरूआ का कुछ इलाका और पुनपुन में बाढ़ से फसल बर्बाद हुई थी. उम्मीद है कि यहीं के किसानों को लाभ मिलेगा.
सरकारी योजना के लाभ के लिए निबंधन कराएं किसान
किसानों को किसी भी सरकारी योजना का लाभ लेने के लिए उन्हें निबंधन कराना जरूरी है. अनुदान लेने के लिए भी निबंधन जरूरी है. किसानों को इसके लिए वसुधा केंद्र पर जाना है. आधार कार्ड इसके लिए जरूरी है. वसुधा केंद्र पर निबंधन नि:शुल्क होता है. पटना जिले में एक लाख किसान निबंधित हो चुके हैं.