पीएमसीएच : अमृत फार्मा में 50% तक मिलेंगी सस्ती दवाएं

पटना : पीएमसीएच समेत सभी मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पतालों में क्षमता बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. यहां बेहतर आधारभूत संरचना को विकसित करने की दिशा में कई निर्णय लिये जा चुके हैं. इसी कड़ी में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में कॉन्ट्रैक्ट के साथ ही स्थायी नियुक्तियां भी होंगी. बीपीएससी के माध्यम […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 28, 2019 9:17 AM

पटना : पीएमसीएच समेत सभी मेडिकल कॉलेज और सदर अस्पतालों में क्षमता बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है. यहां बेहतर आधारभूत संरचना को विकसित करने की दिशा में कई निर्णय लिये जा चुके हैं. इसी कड़ी में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों में कॉन्ट्रैक्ट के साथ ही स्थायी नियुक्तियां भी होंगी.

बीपीएससी के माध्यम से डॉक्टरों की नियुक्ति का रास्ता साफ हो गया है. ये बातें बुधवार को स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने कहीं. वह पीएमसीएच में अमृत फार्मा के उद्घाटन के बाद आयोजित समारोह में बोल रहे थे. इस मौके पर उन्होंने कहा कि अमृत फार्मा के खुलने से मरीजों को बाजार से कम कीमत पर दवाएं मिलेंगी. पीएमसीएच में ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर के पास अमृत फार्मा की दुकान खोली गयी है. यहां ब्रांडेड जेनेरिक दवाएं 5 से 50 फीसदी की छूट पर उपलब्ध होंगी. यह पीएमसीएच के तीन नंबर गेट के पास है. अमृत फार्मा 24 घंटे खुली रहेगी और इसके चार काउंटर होंगे.

बढ़ाये जा रहे हैं बेड : संजय कुमार ने कहा कि राज्य सरकार मेडिकल कॉलेजों की क्षमता बढ़ाने के लिए पीएमसीएच को पांच हजार बेड का बनाने जा रही है. यह दुनिया का सबसे ज्यादा बेड वाला अस्पताल बन जायेगा.

साथ ही आइजीआइएमएस को 2712 बेड का किया जायेगा. मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच को 2500 बेड और गया के अनुग्रह नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल को भी एक हजार बेड का कर दिया जायेगा. एचआर सिस्टम को बेहतर करने के लिए नियुक्ति की नियमावली को सरल किया जायेगा.

पारामेडिकल कर्मियों की भी नियुक्ति : संजय कुमार ने कहा कि डॉक्टरों के साथ ही नर्स और पारामेडिकल कर्मियों की भी बड़े पैमाने पर नियुक्तियां की जायेंगी. कॉलेज के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी ने कहा कि हम किडनी ट्रांसप्लांट करने की ओर से अग्रसर हैं. यहां 21 बेड की बर्न यूनिट बन कर तैयार है. कार्यक्रम में पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने कहा अमृत फार्मा खुलने से मरीजों को ब्रांडेड जेनरिक दवाएं मिल सकेंगी.

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