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फुलवारीशरीफ : हत्याकांड में जिसको तलाश रही थी पुलिस उसके पिता ने कहा, लाश उसके बेटे की है
रामकृष्ण नगर थाने की बैंक कॉलोनी में बंद कमरे में मिली लाश के मामले में आया नया मोड़ फुलवारीशरीफ : पटना के राम कृष्णा नगर थाने की पुलिस जिस विकास कुमार को धर्मेंद्र की हत्या में तलाश रही थी, उसके पिता ने कहा, लाश उसके बेटे विकास की है. हत्या विकास की हुई है और […]
रामकृष्ण नगर थाने की बैंक कॉलोनी में बंद कमरे में मिली लाश के मामले में आया नया मोड़
फुलवारीशरीफ : पटना के राम कृष्णा नगर थाने की पुलिस जिस विकास कुमार को धर्मेंद्र की हत्या में तलाश रही थी, उसके पिता ने कहा, लाश उसके बेटे विकास की है. हत्या विकास की हुई है और पुलिस हत्यारे के बजाय मृतक विकास के खिलाफ ही मामला दर्ज कर उसकी तलाश कर रही थी.
रामकृष्ण नगर की बैंक कॉलोनी में सुभाषचंद्र के मकान में रहकर रक्सौल निवासी धर्मेंद्र कैटरिंग का काम करता था. दो दिन पहले बंद कमरे से जिस लाश को धर्मेंद्र की लाश समझ कर पुलिस ने बरामद की. इसके बाद धर्मेंद्र की हत्या में रूम पार्टनर विकास की सरगर्मी से तलाश कर रही थी. दरअसल, वह लाश धर्मेंद्र की नहीं, बल्कि विकास की निकल गयी. इसका खुलासा होने के बाद पुलिस की जांच पर ही सवाल उठने लगे हैं. अब पुलिस बंद कमरे से बरामद लाश की शिनाख्त के लिए मकान मालिक सुभाषचंद्र पर अपना ठीकरा फोड़ रही है. पुलिस का कहना है कि लाश बरामद होने के बाद मकान मालिक ने उसकी शिनाख्त धर्मेंद्र की लाश के रूप में की थी.
वहीं मकान मालिक का कहना है कि लाश फूला हुआ था और उससे काफी बदबू आ रही थी, जिसे देख उसे लगा था कि उसका कमरा धर्मेंद्र ने किराये पर लिया था, तो लाश उसकी ही होगी. इतने से ही उसने पुलिस को बयान दे दिया कि उसके मकान में बंद कमरे से जो लाश बरामद हुई है वह धर्मेंद्र की है और धर्मेंद्र से झगड़े की वजह से उसने उसके रूम पार्टनर विकास के खिलाफ धर्मेंद्र की हत्या का मामला दर्ज करा दिया.
इस पूरे मामले में लाश धर्मेंद्र की नहीं बल्कि विकास की है, यह जानने के बाद स्थानीय इलाके में पुलिस की भारी किरकिरी हो रही है. लोगों का कहना है कि केवल मकान मालिक के कहने से ही पुलिस ने हत्याकांड में अपनी भूमिका को सही ढंग से नहीं निभाया. बरामद लाश की शिनाख्त करना और उसके हत्या में प्राथमिकी दर्ज करने के पहले पुलिस को हर पहलू से तहकीकात करना चाहिए था.
लाश की शिनाख्त के लिए अब होगा डीएनए टेस्ट : पुलिस
क्या था मामला
राम कृष्णा नगर में बैंक काॅलोनी में सुभाष चंद्र उर्फ संतोष कुमार के घर के तिसरे तल्ले पर ध्रमेन्द्र कुमार चार माह पहले रहने के लिए आया था वह किसी कैटरिंग में काम करता था इसी रूम में घटना के दस दिन पहले मनेर निवासी विकास कुमार रूम पार्टनर बना मकान मालिक के मुताबिक गत सोमवार को उसके रूम मे मारपीट हुई थी. दोनों का मोबाइल स्विच आॅफ मिला. बुधवार की देर रात रूम से बदबू आने लगी तो उसी रूम में रहे अन्य किरायेदार ने मकान मालिक को सूचना दी.पुलिस ने आकर रूम का ताला तोड और शव को पोस्टमार्टम के लिए एनएमसीएच भेजा था.
विकास के पिता ने पहनावा और हुलिया के आधार पर की शिनाख्त
रामकृष्ण नगर की बैंक काॅलोनी के सुभाष चंद्र उर्फ संतोष कुमार के घर में तिसरे तल्ले पर रह हरे रक्सौल निवासी धर्मेंद्र कुमार की हत्या में एक नया मोड़ तब आ गया, जब इस हत्या के आरोपित विकास कुमार के पिता ने थाने में आकर कहा कि यह धर्मेंद्र का शव नहीं है बल्कि यह शव हमारे बेटे विकास कुमार का है.
यह सुनते ही पुलिस स्तब्ध रह गयी. मकान मलिक ने इस हत्या में आरोपित मनेर थाने के नागेंद्र राय के पुत्र विकास कुमार को नामजद अभियुक्त बनाया है. शव काफी क्षत विक्षत था और उससे बदबू आ रही थी. विकास के पिता ने पहनावा और हुलिया के आधार पर पुलिस से कहा कि यह शव विकास का है. फिलहाल शव एनएमसीएच में रिजर्व रखा गया है. उधर मकान मलिक ने बताया कि आइडी को देख कर बताया था कि यह शव धर्मेंद्र कुमार का है.
शव की पहचान होगी चुनौती
शव की पहचान अब पुलिस के लिए चुनौती बन गयी है. यह शव धर्मेंद्र कुमार का है या फिर विकास कुमार का. धर्मेंद्र कुमार रकसौल के बलरामपुर का रहने वाला है.
इसके माता पिता दोनों ही बहुत पहले ही मृत्यु हो चुकी है. उधर विकास के पिता ने थाने में आकर कहा कि यह शव मेेरे बेटे का है. थानेदार मनोज कुमार ने कहा कि न्यायालय से अनुमति लेकर शव को अब डीएनएन जांच करायेगी, तब जाकर शव की पहचान होगी. उधर धर्मेंद्र कुमार के परिजनों ने अब तक शव कलेम नहीं किया है और न ही संपर्क किया है.
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