निजी मकानों पर लगेंगे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम

पटना : राजधानी के कुछ मकानों पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की तैयारी चल रही है. जिला प्रशासन ने इसके लिए प्लानिंग की है. निर्माण कार्य भवन निर्माण विभाग की तरफ से होगा. इसके लिए मकानों का चयन किया जायेगा. संभव है कि इस बार बरसात के मौसम में शहर में वाटर हार्वेंस्टिंग सिस्टम तैयार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 5, 2019 6:36 AM

पटना : राजधानी के कुछ मकानों पर वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाने की तैयारी चल रही है. जिला प्रशासन ने इसके लिए प्लानिंग की है. निर्माण कार्य भवन निर्माण विभाग की तरफ से होगा. इसके लिए मकानों का चयन किया जायेगा. संभव है कि इस बार बरसात के मौसम में शहर में वाटर हार्वेंस्टिंग सिस्टम तैयार हो जाये, जो जल संचय का बड़ा साधन है. इसके अलावा सरकारी कार्यालयों में बिजली की बचत पर भी ध्यान दिया जा रहा है.

प्रदूषण रोकने को लेकर जिला प्रशासन की ओर से किये जा रहे ये उपाय
नये जलस्रोतों का निर्माण
पटना जिले में नये जलस्रोतों के निर्माण का कार्य शुरू हो गया है. डीआरडीए की मॉनीटरिंग में मनरेगा से तालाब, पइन, आहर बनवाया जा रहा है. इस बार लक्ष्य यह है कि सभी पंचायतों में एक पोखर का निर्माण कराया जाये. पालीगंज में तो इस बार दो चेकडैम बनाने की योजना है.
पुराने को नया जीवन
गांव व पंचायतों में जो पुराने जलस्रोत हैं उनको नया जीवन देने का प्रपोजल बनाया गया है. 350 तालाब-पोखर को अतिक्रमण मुक्त कराने, उसके सौंदर्यीकरण को लेकर काम चल रहा है. इस वित्तीय वर्ष में मनरेगा, सिंचाई, जल संसाधन विभाग से काम होना है जिसमें नये जलस्रोत भी बनेंगे.
वाटर हार्वेस्टिंग का निर्माण
ग्रामीण इलाकों में 100 से अधिक वाटर हार्वेस्टिंग के निर्माण की तैयारी है. इसके लिए पंचायतों में जगह चिह्नित कर ली गयी है. मसौढ़ी इलाके में ज्यादे बनने हैं. प्रशासन का प्रयास है कि सभी पंचायत में इसका निर्माण कराया जाये, जिससे जल संचय करना आसान हो जायेगा.
पौधारोपण की तैयारी
सभी सरकारी पदाधिकारियों को जिला प्रशासन की तरफ से टारगेट दिया गया है कि पौद्यारोपण अभियान को सफल बनाएं. सभी को लक्ष्य दिया जायेगा. उन्हें यह भी बताना होगा कि पौधे कहां पर लगेंगे. गांव व शहर दोनाें जगह पौधारोपण की बड़े पैमाने पर तैयारी चल रही है.

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