पीयू छात्र संघ चुनाव : छात्रों में दिखा उत्साह, 58.59% डाले गये वोट
पटना : पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ. शनिवार को हुए चुनाव में कुल 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ. पिछले साल की तुलना में इस बार वोट प्रतिशत में करीब एक प्रतिशत का इजाफा हुआ. 2018 चुनाव में 57.9 वोट पड़े थे. वोटर लिस्ट में 21234 छात्र-छात्राओं के नाम थे, जिसमें […]
पटना : पटना यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ. शनिवार को हुए चुनाव में कुल 58.59 प्रतिशत मतदान हुआ. पिछले साल की तुलना में इस बार वोट प्रतिशत में करीब एक प्रतिशत का इजाफा हुआ. 2018 चुनाव में 57.9 वोट पड़े थे. वोटर लिस्ट में 21234 छात्र-छात्राओं के नाम थे, जिसमें 12442 ने वोट डाला. कुल 50 बूथों पर पांच सेंट्रल पद अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव, महासचिव और कोषाध्यक्ष समेत 25 काउंसेलर पद के लिए वोट पड़े. सबसे अधिक वोट इस बार पटना वीमेंस कॉलेज में पड़े. 4769 में से 3345 वोट डाले गये.
वहीं, सबसे कम वाणिज्य महाविद्यालय में 1514 वोट में से 799 वोट पड़े. प्रतिशत की बात करें, तो सबसे अधिक आर्ट कॉलेज में 79.1 प्रतिशत वोट पड़े हैं, वहीं सबसे कम 43.7 प्रतिशत वोटिंग पीजी एजुकेशन, लॉ एंड कॉमर्स संकाय में हुई है.
चुनाव के प्रति छात्रों में दिखा काफी उत्साह
सभी 14 चुनाव क्षेत्रों में सुबह पोलिंग धीमी हुई. पहले दो घंटे आठ से 10 बजे तक सिर्फ 10 से 12 प्रतिशत वोट पड़े. वहीं दूसरे हाफ तक 10 से 12 बजे तक 37 प्रतिशत वोटिंग हुई. अंतिम दो घंटे में सबसे अधिक 21 प्रतिशत वोटिंग हुई और कुल 58.59 प्रतिशत वोटिंग हुई. सभी 14 क्षेत्रों में आठ बजे वोटिंग शुरू हो गयी थी. लेकिन इनके कई बूथों पर वोटिंग नहीं हुई थी. चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गया. छात्रों में चुनाव के प्रति काफी उत्साह दिखा. कॉलेजों में 11 बजे के बाद वोट देने के लिए लंबी-लंबी कतार लगी हुई थी. छात्र अनुशासन के साथ नियमों का पालन करते हुए वोट कर रहे थे.
महिला कॉलेजों में अधिक वोटिंग हुई. इसका एक मूल कारण था कि इस दिन आने का अटेंडेंस दिये जाने की घोषणा की गयी थी. पटना वीमेंस कॉलेज में पहले दो घंटे में जहां सिर्फ 20 प्रतिशत वोटिंग हुई थी. दो बजे तक यहां 70.3 प्रतिशत तक वोटिंग हुई. इसी तरह मगध महिला कॉलेज में भी सुबह धीमी शुरुआत हुई, लेकिन अंत तक 55.79 प्रतिशत वोट पड़े. वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज में हालांकि वोट कम थे लेकिन वोटिंग प्रतिशत काफी अधिक था. यहां कुल 75 प्रतिशत वोट पड़े. पहले दो घंटे में 12 प्रतिशत, दूसरे हाफ में 60 प्रतिशत तक वोट पड़े.
वहीं, पीजी के सभी संकायों में वोटिंग प्रतिशत काफी कम रहा. साइंस फैकल्टी में पहले दो घंटे में सिर्फ पांच प्रतिशत ही वोट पड़े थे. इसके बाद दूसरे हाफ में 37 प्रतिशत व अंतिम समय तक यहां 51 प्रतिशत वोट पड़े. पीजी साइंस में 48.9, पीजी मानविकी 48.61, पीजी एजुकेशन, लॉ एंड कॉमर्स में 43.7 और सोशल साइंस में 46.41 प्रतिशत वोट दो बजे तक पड़े.
वोटिंग के दौरान काफी सुरक्षा व्यवस्था थी. हालांकि, मगध महिला कॉलेज के आसपास दो बार हिंसक झड़प हुई. इसके बाद वोटिंग के अंतिम क्षणों में बीएन कॉलेज के पास दो गुट आपस में भीड़ गये और फायरिंग कर दी. बीच-बीच में छिटपुट हिंसा की खबरें आती रहीं, लेकिन वोटिंग पर इसका कोई खास असर नहीं पड़ा. वहीं पटना कॉलेज में बैलेट पेपर को फेंकने की भी अफवाह उड़ी. पटना कॉलेज के साथ अन्य कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कड़े नियम बनाये गये थे. बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स गेट पर ही चेकिंग कर रही थी. सुरक्षा व्यवस्था काफी सख्त थी और कैंपस के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी. छात्रों का आइकार्ड सख्ती से चेक किया जा रहा था. किसी भी बाहरी व्यक्ति को भीतर प्रवेश की इजाजत नहीं थी.