बिहार के 261 डाकघरों में गंगा जल उपलब्ध : रविशंकर प्रसाद

पटना : केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि डाक विभाग गंगोत्री का गंगा जल पूरे देश में पहुंचा रहा है और बिहार के 261 डाकघरों में गंगाजल उपलब्ध है. साथ ही उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर तक गंगा जल की 90 हजार बोतलें लोगों को बेची गयी है. पटना शहर के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 9, 2019 9:42 AM

पटना : केंद्रीय संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद ने रविवार को कहा कि डाक विभाग गंगोत्री का गंगा जल पूरे देश में पहुंचा रहा है और बिहार के 261 डाकघरों में गंगाजल उपलब्ध है. साथ ही उन्होंने बताया कि 31 अक्टूबर तक गंगा जल की 90 हजार बोतलें लोगों को बेची गयी है. पटना शहर के गर्दनीबाग में उपडाकघर का रविवार को उदघाटन करते हुए प्रसाद ने यह जानकारियां दीं.

उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स के जरिये डाक विभाग ने करीब 700 करोड़ रुपये का राजस्व कमाया है. प्रसाद ने कहा कि पिछले पांच वर्षों के दौरान हमने आधार से जुड़े गरीबों के बैंक खातों में मनरेगा की राशि, राशन एवं रसोई गैस अनुदान के रूप में सात लाख 50 हजार करोड़ रुपये की राशि भेजी है और बिचौलियों को जानेवाले एक लाख 51 हजार करोड़ रुपये को बचाया है. उन्होंने बिहार के डीबीटी में भी देश में प्रथम स्थान पर होने की उम्मीद जताते हुए कहा कि जिस तरह से मैंने समावेशी डिजिटल विकास में भारत को दुनिया के नक्शे पर पहुंचाया है, उसी प्रकार मेरी अपेक्षा है कि समावेशी वित्तीय संभाग में भी डाक विभाग को दुनिया के उंचे पायदान पर पहुंचाऊं. प्रसाद ने गर्दनीबाग में उपडाकघर की चर्चा करते हुए कहा कि मैं अपेक्षा करूंगा, जो बूढ़े हैं, चलने-फिरने में असमर्थ हैं या जिनके बाल बच्चे घर से बाहर हैं. ऐसे घरों की पहचान कर उनके खाते की राशि डिजिटल बैंकिंग के माध्यम से हमारे डाकघर के डाकिया उनके घर तक पहुंचाएं.

समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल अनिल कुमार ने बताया कि एक सितंबर 2018 को शुरू की गयी इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक के बिहार परिमंडल में अब तक 16 लाख 18 हजार खाते खोले जा चुके हैं, जिसमें 79.25 करोड़ रुपये जमा किये गये हैं तथा पूरे भारत में दस लाख से ज्याद फंडेड खाते खोल कर बिहार प्रथम स्थान पर है. समारोह को बिहार विधान परिषद के सदस्य रणवीर नंदन, पूर्व सूचना आयुक्त अरुण वर्मा सहित अन्य वक्ताओं ने भी संबोधित किया.

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