बिहार की जनसंख्या 2036 में बढ़कर हो जायेगी 14.85 करोड़
राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग ने जारी किये आंकड़े पटना : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग ने देश के राज्यों की जनसंख्या का आकलन जारी किया है. इसमें बताया गया है कि बिहार का 2011-2036 के दौरान बिहार की जनसंख्या 10.4 करोड़ से बढ़कर 14.85 करोड़ हो जायेगी. इस दौरान बिहार की जनसंख्या […]
राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग ने जारी किये आंकड़े
पटना : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के राष्ट्रीय जनसंख्या आयोग ने देश के राज्यों की जनसंख्या का आकलन जारी किया है. इसमें बताया गया है कि बिहार का 2011-2036 के दौरान बिहार की जनसंख्या 10.4 करोड़ से बढ़कर 14.85 करोड़ हो जायेगी. इस दौरान बिहार की जनसंख्या घनत्व 2011 में 1106 से बढ़कर प्रति वर्ग किलोमीटर 1578 हो जायेगा. इस आकलन में बताया गया है कि 2011 में राज्य के 19.9 वर्ष के युवाओं की संख्या 2036 में बढ़ कर 28.1 प्रतिशत हो जायेगी.
स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने बताया कि जनसंख्या के प्रोजेक्शन में बताया गया है कि वर्ष 2011-15 के दौरान सकल जन्म दर 27.5 से कम होकर वर्ष 2031-35 में 19.6 रह जायेगी. नवजात मृत्यु दर घटकर 26.9 रह जायेगी. उस समय बिहार के नवजात मृत्यु दर राष्ट्रीय औसत से कम हो जायेगी.
यह बताया गया है कि 15 वर्ष से कम आयु के बच्चों की संख्या 40.2 से घटकर 27.7 प्रतिशत हो जायेगी. इस दौरान 15-59 वर्ष के लोगों और वरीय नागरिकों (60 वर्ष) की संख्या में वृद्धि हो जायेगी. यह माना जा रहा है कि 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की जनसंख्या 2011 में 65.6 लाख से दोगुनी बढ़कर एक करोड़ छह लाख तक हो जायेगी. इस दौरान कामकाजी युवाओं की संख्या (15-59 वर्ष) में वृद्धि होकर 66.6 प्रतिशत हो जायेगी. हालांकि, युवाओं की संख्या (15-24 वर्ष) की संख्या 2011 में 1.8 करोड़ से बढ़कर 2031 तक 2.6 करोड़ हो जायेगी. इसके बाद 2036 तक इनकी आबादी कम होकर 2.5 करोड़ हो जायेगी.
उन्होंने बताया कि लिंगानुपात 2011 में प्रति हजार पुरुषों की तुलना में 918 बढ़कर 2036 तक 935 हो जायेगी. इस दौरान प्रजनन दर 2031-35 के दौरान घटकर 2.38 हो जायेगी. बावजूद इसके बिहार उस समय भी प्रजनन दर के मामले में देश के सर्वोच्च रहेगा. बिहार की शहरी आबादी 2035 में 1.6 प्रतिशत की वृद्धि होगी. पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 2035 में बढ़कर 72.9 जबकि महिलाओं की 74.5 हो जायेगी.
उन्होंने बताया कि राज्य से पलायन की दर 2035 में भी स्थिर रहेगी. उस दौरान राज्य से प्रति 100 पुरुषों में 0.38 जबकि महिलाओं में 0.28 का पलायन दर जारी रहेगा. बिहार एक ऐसा राज्य है जहां देश के पुरुषों के पलायन मामले में सर्वाधिक है जबकि बिहार की महिलाएं पलायन के मामले में दूसरे स्थान पर हैं.