बिहार : रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं से तापमान में भारी गिरावट, किसानों में कहीं खुशी-कहीं गम, …जानें कैसा रहेगा शनिवार?

पटना : रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं से बिहार के तापमान में भारी गिरावट आयी है. रुक-रुक कर हो रही बारिश ने ठंड बढ़ा दी है. बेमौसम बारिश से शहर की सूरत बदल गयी है. सड़कों के बीच गड्ढे में यत्र-तत्र जलजमाव हो गया है. वहीं, रिमझिम बारिश से किसानों में कहीं खुशी तो कही […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 13, 2019 6:38 PM

पटना : रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं से बिहार के तापमान में भारी गिरावट आयी है. रुक-रुक कर हो रही बारिश ने ठंड बढ़ा दी है. बेमौसम बारिश से शहर की सूरत बदल गयी है. सड़कों के बीच गड्ढे में यत्र-तत्र जलजमाव हो गया है. वहीं, रिमझिम बारिश से किसानों में कहीं खुशी तो कही गम है. जिन किसानों की फसल खेत-खलिहानों में है या जो किसान रबी की रोपनी नहीं कर पाये हैं, उनमें उदासी है. अचानक सर्द हवाओं का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा है. छोटे बच्चों में डायरिया की शिकायत देखने को मिल रही है. इधर, पटना में बारिश का असर खेल पर भी पड़ा है. अंडर 19 कूच बिहार ट्रॉफी के पहले दिन खेले जानेवाले बिहार-नगालैंड के बीच का मुकाबला रद्द कर दिया गया है. कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग के अनुसार शनिवार को भी आसमान में बादल छाये रहेंगें. तापमान में एक से दो डिग्री की गिरावट दर्ज की जा सकती है. वहीं, आठ से 10 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. ऐसे में ठंढ में इजाफा होगा. सोमवार से मौसम सामान्य होने की संभावना है.

जानकारी के मुताबिक, रिमझिम बारिश और सर्द हवाओं से बिहार के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गयी है. 12 दिसंबर की रात से रुक-रुक कर हो रही बारिश से जहां तापमान में गिरावट आयी है, वहीं सर्द हवाओं ने ठंड बढ़ा दी है. हल्की बरसात में ही आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. शुक्रवार को दिन भर रुक-रुक कर बारिश होती रही. दिन में कड़ाके की ठंड से लोग ठिठुरते नजर आये. ठंड से बचने के लिए जगह-जगह अलाव जला कर लोग हाथ-पैर सेंकते हुए नजर आये. शुक्रवार को मॉर्निंग वॉक पर निकलनेवालों की भारी कमी देखी गयी. दिन भर धूप नहीं निकला. इससे स्कूली बच्चों को सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ा.

रुक-रुक कर हो रही बारिश और सर्द हवाओं से तापमान गिरने और ठंड बढ़ने का असर किसानों पर भी पड़ा है. रबी फसल के दौरान पहली बार होनेवाली बारिश से वैसी फसल जिनकी बुआई हो गयी है, उसे फायदा होगा. वहीं, गेहूं की बुआई करनेवाले किसानों के लिए यह अनुकूल नहीं है. हालांकि, बारिश से किसानों को निश्चित तौर पर सिंचाई मद में लाखों रुपये खर्च करने और शारीरिक श्रम से निजात मिलेगी. बेमौसम बारिश से किसानों को खेतों में लगी तेलहन, दलहन या गेहूं की फसलों में यूरिया आदि देने का उपयुक्त मौका मिला है. गेहूं की बुआई के लिए जोत कर सुखाये जा रहे खेतों को बारिश से नुकसान हुआ है. इन खेतों में नमी बढ़ जाने से गेहूं की रोपनी करनेवाले किसानों को थोड़ा इंतजार करना होगा. वहीं, खेत-खलिहानों में पड़े धान की फसल घर लाने में भी समय लगेगा.

मौसम में बदलाव का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी पड़ा है. बारिश में भीगने और सर्द हवाओं के कारण बुजुर्गों और बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. छोटे बच्चों में कोल डायरिया की शिकायत देखने को मिल रही है. ओपीडी में शुक्रवार को मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी गयी. चिकित्सकों के मुताबिक, ऐसे मौसम में छोटे बच्चों का विशेष ख्याल रखना जरूरी है. छोटे बच्चों को सर्दी या बुखार होने पर तुरंत चिकित्सकीय सलाह लें. सर्दी, सिर दर्द, बुखार और शरीर में दर्द की शिकायत आ सकती है. गरम पानी का सेवन लाभदायक है.

बारिश का असर आम जनजीवन पर भी पड़ा है. बारिश के कारण ऑफिस, स्कूल और कोचिंग जानेवाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश ने ट्रैफिक की रफ्तार भी धीमी कर दी. सड़कों पर गाड़ियों की गति काफी कम होने से जगह-जगह जाम की समस्या होती रही. बारिश के कारण शहर के विभिन्न मोहल्लों में कीचड़ और जलजमाव होने से भी लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा.

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