पटना : ‘जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम’ की शुरुआत
पटना : कृषि रोड मैप के तहत जलवायु परिवर्तन से निबटने व किसान की क्षमता को मजबूत करने के साथ कृषि प्रणाली के साथ जुड़े लोगों में जागरूकता एवं उनकी क्षमता में सुधार के लिए राज्य में नयी योजना ‘जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम’ की शुुरुआत की गयी है. कृषि मंत्री डाॅ प्रेम कुमार ने बताया […]
पटना : कृषि रोड मैप के तहत जलवायु परिवर्तन से निबटने व किसान की क्षमता को मजबूत करने के साथ कृषि प्रणाली के साथ जुड़े लोगों में जागरूकता एवं उनकी क्षमता में सुधार के लिए राज्य में नयी योजना ‘जलवायु अनुकूल कृषि कार्यक्रम’ की शुुरुआत की गयी है.
कृषि मंत्री डाॅ प्रेम कुमार ने बताया कि इस राज्य योजना को बिहार में जलवायु स्मार्ट कृषि : परिवर्तन के लिए वित्तीय वर्ष 2019-20 से 2023-24 तक कुल पांच वर्षों तक चलाया जायेगा. उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत दो प्रमुख घटक रखे गये हैं.
पहले बीसा तथा अन्य कृषि अनुसंधान संस्थानों के द्वारा विकसित जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के अनुकूलन, क्रॉप साइकिल एवं अन्य तकनीक का किसानों के खेत तक प्रचार-प्रसार कार्यक्रम के अधीन प्रत्येक कृषि जलवायवीय क्षेत्र से दो जिलों को चुना जायेगा. यह कार्यक्रम राज्य के मधुबनी, खगड़िया, भागलपुर, बांका, मुंगेर, नवादा, गया एवं नालंदा जिलों में कार्यान्वित किया जायेगा. इसके तहत प्रत्येक जिले में पांच गांवों को क्लाइमेट स्मार्ट गांव के रूप में विकसित किया जायेगा. इस प्रकार से पूरे परियोजना अवधि में कुल 40 गांव क्लाइमेट स्मार्ट गांव के रूप में विकसित होंगे. परियोजना के अधीन बेस लाइन सर्वे, किसान प्रशिक्षण, कृषि यांत्रिकरण, प्रत्यक्षण, कार्यशाला आदि आयोजित किये जायेंगे.
नयी तकनीक विकसित करने की योजना: इस योजना के तहत जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के अनुकूलन एवं समन के लिए नये फसल चक्र एवं तकनीक का विकास किया जायेगा. इसके तहत इस परियोजना में शामिल बीसा, डाॅ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय विश्वविद्यालय, पूसा, समस्तीपुर, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर, भागलपुर तथा आइसीएआर-आरसीइआर, पटना के द्वारा सामरिक अनुसंधान भी किया जायेगा. तथा नये फसल चक्र एवं तकनीक को विकास किया जायेगा.