पटना : नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध में बिहार बंद को लेकर बंद से पहले ही विपक्ष दो फाड़ में हो गया है. वाम दलों ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार बंद में शामिल नहीं होंगी. अब महागठबंधन और वाम दल अलग-अलग बिहार बंद करेंगे. मालूम हो कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के विरोध में बिहार बंद का आह्वान किया है. इसके बाद विपक्षी दलों ने भी सीएए के विरोध में समर्थन देते हुए बिहार बंद का ऐलान किया.
सीएए के विरोध में राजधानी पटना के जनशक्ति भवन में महागठबंधन के बड़े नेताओं ने बिहार बंद को लेकर आम सहमति के लिए सोमवार को बैठक की. इसमें आरजेडी समेत अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया. बैठक में आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, आरएलएसपी के उपेंद्र कुशवाहा, वीआईपी के मुकेश सहनी समेत वाम दलों के नेता शामिल हुए. बैठक में महागठबंधन की ओर से 21 दिसंबर को बिहार बंद पर आम सहमति नहीं बन पायी. वाम दलों ने 19 दिसंबर को बिहार बंद का ऐलान किया, जबकि महागठबंधन की ओर से 21 दिसंबर को बिहार बंद किया जायेगा. बताया जाता है कि वाम दलों ने आरजेडी नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में बिहार बंद में शामिल होने से इनकार कर दिया है.