कारगिल चौक पर हंगामा के पीछे राजद-कांग्रेस व वामदल

पटना : भाजपा ने रविवार को शहर के कारगिल चौक पर हुए हंगामा की घोर निंदा की है. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल और निखिल आनंद ने कहा है कि यह हंगामा राजद, कांग्रेस और वामदल समर्थित असामाजिक तत्वों का उत्पात था. इस दौरान सरकारी, निजी संपत्ति के साथ ही मीडिया को निशाना बनाना पूरी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2019 5:16 AM

पटना : भाजपा ने रविवार को शहर के कारगिल चौक पर हुए हंगामा की घोर निंदा की है. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल और निखिल आनंद ने कहा है कि यह हंगामा राजद, कांग्रेस और वामदल समर्थित असामाजिक तत्वों का उत्पात था. इस दौरान सरकारी, निजी संपत्ति के साथ ही मीडिया को निशाना बनाना पूरी तरह से गलत है. इन दोनों प्रवक्ताओं ने कहा है कि राजद, कांग्रेस, वामदल जैसे दल समाज में एक खास समुदाय को भड़का कर तनाव पैदा करना चाहते हैं.

देश जलाने की फिराक में है विपक्ष : भाजपा : भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि नागरिकता संशोधन विधेयक (सीएए) पर जारी हिंसक प्रदर्शनों के पीछे गहरी साजिश है. वोट बैंक के लिए कोई किस स्तर पर उतर सकता है, यह नागरिकता संशोधन विधेयक पर चल रहे हंगामे को देख कर पता चलता है. जब खुद प्रधानमंत्री से लेकर गृहमंत्री तक बार-बार यह जाहिर कर चुके हैं कि इस विधेयक से देश के नागरिकों को कोई मतलब ही नहीं है. विपक्षी दल इस पर लगातार झूठ बोल लोगों को गुमराह करने में लगे हुए हैं.
बंद में जापलो के नेता उतरेंगे सड़क पर : पप्पू
पटना. जापलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष पप्पू यादव ने सोमवार को एनआरसी व राज्य और देश में बेटियों के साथ हो रहे अपराधों के खिलाफ गर्दनीबाग में धरना दिया. उन्होंने कहा कि 19 दिसंबर को वामदल की ओर से घोषित बिहार बंद का पार्टी समर्थन करती है. पार्टी के नेता-कार्यकर्ता पूरी मजबूती से राज्य भर में सड़क पर उतरेगी.
जन संस्कृति मंच ने बिहार बंद का किया समर्थन
पटना. जन संस्कृति मंच ने देश के विभिन्न यूनिवर्सिटी में पुलिस द्वारा छात्रों पर बर्बर दमन की निंदा करते हुए व्यापक स्तर पर एकताबद्ध आंदोलन की लोगों से अपील की है. जसम ने आगामी 19 दिसंबर को बिहार में वामपंथी-लोकतांत्रिक राजनीतिक ताकतों द्वारा कैब के विरोध में बिहार बंद में समर्थन देने का फैसला किया है. जसम के राष्ट्रीय सचिव सुधीर सुमन ने कहा की शिक्षा की तेजी से बिगड़ती सूरत, रोजगार और अर्थव्यवस्था पर सरकार का ध्यान नहीं है.

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