प्राथमिक कक्षाओं में नियमित से बेहतर अंक ला रहे स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चे

पटना : प्राइमरी कक्षाओं में नियमित स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की तुलना में ‘आउट आॅफ स्कूल’ बच्चे बेहतर हैं. बिहार शिक्षा परियोजना की तरफ से दोनों श्रेणियों के बच्चों की करायी गयी विशेष परीक्षा में इस बात का खुलासा हुआ है. परीक्षा के परिणाम से साफ हुआ कि 75 फीसदी से अधिक अंक हासिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 17, 2019 5:48 AM

पटना : प्राइमरी कक्षाओं में नियमित स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की तुलना में ‘आउट आॅफ स्कूल’ बच्चे बेहतर हैं. बिहार शिक्षा परियोजना की तरफ से दोनों श्रेणियों के बच्चों की करायी गयी विशेष परीक्षा में इस बात का खुलासा हुआ है. परीक्षा के परिणाम से साफ हुआ कि 75 फीसदी से अधिक अंक हासिल करने वाले बच्चों में आउट आफ बच्चों के लिए खोले गये विशेष आवासीय प्रशिक्षण केंद्रों(आरएसटी) में पढ़ रहे बच्चों का प्रतिशत 12. 32 फीसदी और नियमित स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों का प्रतिशत 8.83 फीसदी रहा.

पढ़ाई में तेज ये बच्चे पारिवारिक हालातों के के चलते आउट ऑफ स्कूल रहने को मजबूर हुए थे. हालांकि इससे कम अंक वाली केटेगरी में ये बच्चे नियमित स्कूलों की बच्चों की तुलना में पिछड़े जरूर लेकिन कांटे की टक्कर दी. 2018 में करायी गयी परीक्षा अररिया, बेगूसराय,जमुई,सीतामढ़ी,वैशाली और पश्चिमी चंपारण में करायी गयी थी
परीक्षा मूल्यांकन के मुख्य निष्कर्ष
75 फीसदी से अधिक अंक वाले :
मूल्यांकन रिपोर्ट के मुताबिक 11.56 फीसदी छात्रों को 75 फीसदी से अधिक अंक हासिल हुए. आउट ऑफ स्कूल के लिए संचालित आरएसटी 12.32 फीसदी और नियमित स्कूलों के केवल 8.83 फीसदी बच्चों को 75 फीसदी अंक हासिल हुए.
इस केटेगरी में 5.61 फीसदी छात्राएं आयीं. इनमें आरएसटी की 3.68 फीसदी और नियमित स्कूलों की 5.61 फीसदी बच्चियां इस केटेगरी में आयीं. आरएसटी बच्चियां आंशिक तौर पर पीछे रहीं.
इस केटेगरी में आरएसटी और नियमित स्कूलों के बच्चों की भाषा दक्षता का औसत स्तर क्रमश: 90 और 92 फीसदी और गणित में दक्षता का औसत स्तर क्रमश: 98-99 फीसदी रहा.
60 से 74 फीसदी अंक वाले :
केवल 12.19 फीसदी छात्र ऐसे थे, जिन्हें 60 से 74 फीसदी अंक हासिल हुए. आरएसटी के 14.57 फीसदी और नियमित के 13.3 फीसदी छात्र थे.
12.86 फीसदी छात्राएं आयीं. इनमें आरएसटी के 8.01 फीसदी और नियमित विद्यालयों के 12.47 फीसदी छात्राएं थीं.
आरएसटी एवं विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की भाषा का दक्षता प्रतिशत क्रमश: 65 फीसदी और 70 फीसदी था. गणित में दक्षता का औसत 89 और 90 फीसदी निकला.
45 से 59 फीसदी अंक वाले :
छात्रों का प्रतिशत 14.9 रहा. आरएसटी के 14.08 फीसदी और नियमित विद्यालयों के 14.12 फीसदी छात्र थे.

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