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अस्पतालों में लगेंगे नीम के पेड़

पटना : पथ निर्माण मंत्री सह पटना जिले के प्रभारी मंत्री नंद किशोर यादव ने गुरुवार को समाहरणालय में जल-जीवन-हरियाली अभियान के लिए गठित जिला परामर्श समिति की पहली बैठक की. इस बैठक में डीएम कुमार रवि सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. प्रभारी मंत्री ने कहा कि जल-जीवन हरियाली अभियान अति महत्वपूर्ण है. चापाकल एवं […]

पटना : पथ निर्माण मंत्री सह पटना जिले के प्रभारी मंत्री नंद किशोर यादव ने गुरुवार को समाहरणालय में जल-जीवन-हरियाली अभियान के लिए गठित जिला परामर्श समिति की पहली बैठक की. इस बैठक में डीएम कुमार रवि सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे. प्रभारी मंत्री ने कहा कि जल-जीवन हरियाली अभियान अति महत्वपूर्ण है. चापाकल एवं कुओं के लिए सोखता, मकानों पर रेन हर्वेस्टिंग, तालाब, आहार एवं पईन को अतिक्रमण मुक्त करते हुए उसे उड़ाही कर जीवन्त बनाने की योजना पर काम होना है.

पौधरोपण को भी अभियान में शामिल किया गया है. बैठक में जन प्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र में जल स्रोतों की जानकारी दी. प्रभारी मंत्री ने कहा कि बिहार में 2.5 करोड़ पेड़ लगाये जायेंगे. पीएमसीएच सहित सभी सदर अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नीम के पेड़ लगायें जायेंगे.
बैठक में पटना मेयर नगर निगम सीता साहू, अरुण कुमार सिन्हा, नितिन नवीन, जय वर्धन यादव, विक्रम विधायक सिद्धार्थ, दीघा विधायक संजीव कुमार चौरसिया, विधान पार्षद नवल किशोर यादव, केंद्र सरकार के कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के प्रतिनिधि, उद्योग मंत्री श्याम रजक के प्रतिनिधि शामिल रहे.
जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के जलस्रोतों की दी जानकारी
बैठक में प्रतिनिधियों ने जल स्रोतों के जीर्णोद्धार एवं सौन्द्रीयकरण के लिए योजनाएं दी. जिन्होंने अपने-अपने क्षेत्रों के जल स्रोतों की जानकारी एवं आहर, पाईन, पोखर के उड़ाही एवं अतिक्रमणमुक्त करने की योजनाओं काे लिखित रूप से समिति को नहीं दिया है, वे 26 दिसंबर तक दे देंगे.
जिला परामर्श समिति की पहली बैठक की खास बातें
पटना जिले में 2253 सार्वजनिक जल संचयन संरचना के तहत तालाब की पहचान की गयी है. 524 तालाब अतिक्रमित है. इनमें से 479 तालाबों को अतिक्रमणमुक्त कराया जा रहा है.
– लघु जल संसाधन विभाग द्वारा 89 करोड़ की लागत से 102 बड़ा आहर, पइन, छोटी नदी एवं कुआं से संबंधित योजनाओं को लिया गया है.
– मनरेगा के द्वारा 76 बड़ा आहर, पईन एवं तालाब को लिया गया है, जिसमें 15 योजनाएं पूरी हो गयी है.
– जिले के 458 आहर की पहचान की गयी है, जिसमें 95 आहर का कार्य लघु जल संसाधन विभाग एवं मनरेगा के द्वारा प्रारंभ कर दिया गया है. पईन की संख्या-628 है, जिसमें 66 पइन की उड़ाही का काम शुरू किया गया है.
– शहरी क्षेत्र में 238 कुआं एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 1568 सार्वजनिक कुओं की पहचान की गयी है. इसमें ग्रामीण क्षेत्र में 46 एवं शहरी क्षेत्र में 28 कुओं के जीर्णोद्धार एवं सौन्दर्यीकरण का काम पूरा हो चुका है.
– भवन निर्माण विभाग द्वारा 1562 भवनों पर रेन हर्वेस्टिंग का कार्य प्रारंभ किया गया है, जिसमें 845 रेन हर्वोस्टिंग का कार्य पूर्ण हो चुका है.
-पटना जिला अंतर्गत वन विभाग द्वारा 40630 पौधा लगाये गये हैं. सभी पौधे जीवित हैं. मनरेगा के द्वारा 86800 पौधे लगाये गये हैं, जिसमें 81724 पौधे जीवित हैं. उन्होंने बताया कि 3132 भवनों में 2018 की तुलना में 2019 में 4.52 प्रतिशत कम ऊर्जा की खपत हुई है.

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