बिहार बंद ने खोल दी है महागठबंधन की एकता की पोल : राजीव रंजन
पटना : भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि महागठबंधन दलों ने पिछले सप्ताह दो बिहार बंद आयोजित कराया था. इसमें इन दलों की आपसी सिर-फुटौव्वल को एक बार फिर सरेआम कर दिया. 19 दिसंबर को वाम दलों की तरफ से आयोजित बंद से एक दिन पहले जो नेता बंदी के समर्थन में लंबी […]
पटना : भाजपा प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि महागठबंधन दलों ने पिछले सप्ताह दो बिहार बंद आयोजित कराया था. इसमें इन दलों की आपसी सिर-फुटौव्वल को एक बार फिर सरेआम कर दिया. 19 दिसंबर को वाम दलों की तरफ से आयोजित बंद से एक दिन पहले जो नेता बंदी के समर्थन में लंबी चौड़ी बातें कर रहे थे.
बंदी के समय वह लोग राजद के डर से पूरे सीन से ही गायब दिखे. बात चाहे रालोसपा की हो या कांग्रेस या हम की, इन तीनों दलों के कोई बड़े नेता इस बंदी में दिखाई नहीं पड़े. वहीं इसके ठीक एक दिन बाद 21 दिसंबर को आयोजित राजद की बंदी इन दलों के नेता मैदान में कूदे जरूर, लेकिन राजद ने इनकी हालत ‘बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना’ जैसी कर दी गयी है.
राजद नेताओं ने इन दलों के नेताओं की तरफ पलट कर देखा तक नहीं. यहां तक कि तेजस्वी यादव ने अपने संबोधन में इनका जिक्र तक नहीं किया, जिससे साफ है कि उनकी निगाह में महागठबंधन के इन दलों और इनके नेताओं का क्या महत्व है.