अगले वर्ष 11 बस स्टैंडों व आठ नगर भवनों का काम होगा पूरा
पटना : अगले वर्ष राज्य में कई निर्माण कार्य पूरे हो रहे हैं. बिहार शहरी आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड यानी बुडको की ओर से राज्य के कई शहरों में 11 जगहों पर बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें पांच बस स्टैंड के काम लगभग पूर्ण हो चुके हैं. वहीं कुल आठ जगहों […]
पटना : अगले वर्ष राज्य में कई निर्माण कार्य पूरे हो रहे हैं. बिहार शहरी आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड यानी बुडको की ओर से राज्य के कई शहरों में 11 जगहों पर बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है. जिसमें पांच बस स्टैंड के काम लगभग पूर्ण हो चुके हैं. वहीं कुल आठ जगहों पर टाउन हाल यानी नगर भवन का भी निर्माण किया जा रहा है. इसमें चार जगहों पर निर्माण पूरे होने की स्थिति में आ गयी है. बुडको के एमडी चंद्रशेखर सिंह के अनुसार अगले वर्ष लगभग सभी निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जायेगा. इससे लोगों को सुविधाएं मिलेंगी.
मधेपुरा, सुपौल, जहानाबाद व डुमरांव नगर भवन तैयार : बुडको के माध्यम से बने रहे कुल आठ नगर भवनों में चार जगहों पर नगर भवन का काम पूरा हो गया है. मधेपुरा ऑडिटोरियम की लागत 3.85 करोड़ थी, जो लगभग बन कर तैयार हो गया है.
वहीं, 4.41 करोड़ की लागत से सुपौल नगर परिषद व 1.39 करोड़ की लागत से सुपौल में सम्राट अशोक भवन, 3.41 करोड़ की लागत से जहानाबाद में नगर सरकार भवन का काम भी लगभग पूरा हो चुका है. डुमरांव में 2.71 करोड़ की लागत से बने प्रशासनिक भवन का काम 80 फीसदी पूरा हो गया है. परसा बाजार में 1.67 करोड़ की लागत से प्रशासनिक भवन का काम 55 फीसदी पूरा हुआ है. इसके अलावा बेगूसराय में 1.35 करोड़ की लागत से सम्राट अशोक भवन का निर्माण अगले वर्ष पूरा हो जायेगा.
राज्य में 11 जगहों पर बस स्टैंड बनाये जा रहे हैं. इसमें 4.26 करोड़ की लागत से मालसलामी बस स्टैंड का काम पूर्ण हो गया है. मधेपुरा में 2.08 करोड़ की लागत वाला बस स्टैंड बन चुका है. अरेराज के नगर पंचायत में 0.67 करोड़ और नगर परिषद में 2.19 करोड़ की लागत से बने दोनों बस स्टैंडों के काम पूरे हो चुके हैं. सासाराम में 3.88 करोड़ की लागत से बना बस स्टैंड पूरा हो चुका है. सहरसा में बस स्टैंड का काम 90 फीसदी पूरा हो चुका है.
बस स्टैंड व नगर भवन के सभी काम अगले वर्ष पूरे हो जायेंगे. इसके अलावा 2020 में भी कई अन्य योजनाएं पूरी हो रही हैं. इससे लोगों को सुविधा मिलेगी.
– चंद्रशेखर सिंह, बुडको एमडी