सरकारी कोटे से निजी नर्सिंग स्कूलों में नहीं हो रहा एडमिशन

पटना : राज्य के निजी नर्सिंग स्कूलों में सरकारी कोटे से भेजी गयी छात्राओं का नामांकन नहीं लिया जा रहा है. नामांकन को लेकर निजी नर्सिंग स्कूलों द्वारा आपत्ति की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने तीन जनवरी, 2020 को राज्य की इन 96 एएनएम और 45 जीएनएम स्कूलों के निदेशक, अध्यक्ष […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 26, 2019 5:39 AM

पटना : राज्य के निजी नर्सिंग स्कूलों में सरकारी कोटे से भेजी गयी छात्राओं का नामांकन नहीं लिया जा रहा है. नामांकन को लेकर निजी नर्सिंग स्कूलों द्वारा आपत्ति की जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव ने तीन जनवरी, 2020 को राज्य की इन 96 एएनएम और 45 जीएनएम स्कूलों के निदेशक, अध्यक्ष व प्राचार्यों बैठक आयोजित की है.

बैठक में निजी निर्सिंग स्कूलों द्वारा नामांकन को लेकर उठायी गयी आपत्ति व शैक्षणिक शुल्क को लेकर सवालों का समाधान किया जायेगा. निजी क्षेत्र की मान्यता प्राप्त निजी एएनएम व जीएनएम स्कूलों में कुल 6256 सीटें हैं, जिनमें 3128 सीटें राज्य सरकार के कोटे से भरी जानी हैं.
नामांकन को लेकर अधिसंख्य स्कूलों द्वारा सरकारी कोटे के विद्यार्थियों के नामांकन पर आपत्ति जतायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा पहली बार राज्य के निजी नर्सिंग स्कूल और कॉलेजों में बिहार संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता पर्षद (बीसीइसीइबी) द्वारा आयोजित परीक्षा के माध्यम से चयनित छात्राओं का नामांकन कराने का निर्णय लिया है.
यह प्रावधान किया गया है कि बीसीइसीइबी के द्वारा चयनित विद्यार्थियों को निजी नर्सिंग स्कूलों में कोटा आवंटित किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग द्वारा इसकी सूचना सभी नर्सिंग स्कूलों को भेजी जा चुकी है. राज्य में 96 एएनएम स्कूल हैं, जिनके पास कुल 3890 सीटें हैं. इनमें से 1945 सीटों पर सरकारी कोटे के माध्यम से छात्राओं का नामांकन किया जाना है. इसी प्रकार राज्य में निजी क्षेत्र में कुल 45 जीएनएम स्कूल हैं.
इनके पास कुल 2366 सीटें हैं. इनमें से अब 1183 सीटों पर सरकारी कोटे से भेजी गयी छात्राओं का नामांकन होना है. निजी एएनएम नर्सिंग स्कूलों में 20 से लेकर 60 सीटें की मान्यता है. जीएनएम कोर्स नारायण मेडिकल कॉलेज अस्पताल जैसे संस्थानों द्वारा भी चलाया जा रहा है.

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