पटना : मापदंडों पर खरे नहीं, तो जायेगी मान्यता
31 तक सभी बीएड कॉलेजों को पीएआर करनी है अपलोड पटना : बीएड कॉलेज के लिए जरूरी मापदंडों पर खरा नहीं उतरने वाले कॉलेजों की मान्यता जा सकती है. 31 दिसंबर तक सभी बीएड कॉलेजों को परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) को एनसीटीइ की वेबसाइट पर अपलोड करनी है. इसमें एनसीटीइ केअनुसार सभी मापदंडों के अनुसार […]
31 तक सभी बीएड कॉलेजों को पीएआर करनी है अपलोड
पटना : बीएड कॉलेज के लिए जरूरी मापदंडों पर खरा नहीं उतरने वाले कॉलेजों की मान्यता जा सकती है. 31 दिसंबर तक सभी बीएड कॉलेजों को परफॉर्मेंस एप्रेजल रिपोर्ट (पीएआर) को एनसीटीइ की वेबसाइट पर अपलोड करनी है. इसमें एनसीटीइ केअनुसार सभी मापदंडों के अनुसार इन्फ्रास्ट्रक्चर, शिक्षकों व स्टाफ की संख्या, छात्रों की संख्या आदि सुविधाओं व क्रियाकलापों की पूरी जानकारी अपलोड किये जाने हैं. ऐसा नहीं करने वाले कॉलेजों की तो मान्यता जायेगी ही, साथ ही गलत जानकारी देने वाले काॅलेजों पर भी कार्रवाईहोगी. एनसीटीइ रैंडमली कॉलेजों का निरीक्षण भी करेगी और जांच-पड़ताल में अगर गलत जानकारी मिली, तो कार्रवाई होगी.
यूनिक आइडी करेगा जारी : एनसीटीइ कॉलेजों को एक यूनिक आइडी दिया जायेगा. अगर कोई भी कॉलेज शिक्षकों और स्टाफ की जानकारी एक जैसा डालेंगे, तो सॉफ्टवेयर के जरिये एनसीटीइ को तुरंत पता चल जायेगा कि उक्त स्टाफ कहां-कहां काम कर रहा है. अगर एक ही शिक्षक का नाम दो कॉलेजों में होगा, तो इसकी जानकारी एनसीटीइ को हो जायेगी. एनसीटीइ के मापदंडों के अनुरूप एक शिक्षक एक ही कॉलेज में रेगुलर पढ़ा सकते हैं. दो जगहों पर पढ़ाने की अनुमति नहीं है. इससे उक्त शिक्षक की नौकरी तो जायेगी ही कॉलेज को भी खतरा है.
पीएआर को अपलोड करते समय यह ध्यान देना जरूरी है कि सभी जानकारी सही दें. गलत जानकारी देना कॉलेजों को महंगा पड़ सकता है. कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है.
प्रो ललित कुमार, प्राचार्य, पटना ट्रेनिंग कॉलेज, पीयू
सभी को पीएआर को अपलोड करना है. ऐसा नहीं करने पर मान्यता पर खतरा है. वहीं एनसीटीइ उक्त जानकारी की जांच-पड़ताल भी कर सकती है. जांच-पड़ताल गलत होने पर भी मान्यता जा सकती है.
प्रो ध्रुव कुमार, विभागाध्यक्ष बीएड, नालंदा कॉलेज