नाला सफाई को लेकर बना एसओपी, ठंड में रुका काम
पटना : सितंबर में हुई बारिश से भयंकर जलजमाव की समस्या बन गयी, जिसमें लाखों लोग दिन-रात परेशान रहें. इस तरह की परेशानी आगे नहीं हो. इसको लेकर नगर आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने बड़े नालों की सफाई को लेकर एसओपी तैयार किया और अंचल से लेकर मुख्यालय स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की. […]
पटना : सितंबर में हुई बारिश से भयंकर जलजमाव की समस्या बन गयी, जिसमें लाखों लोग दिन-रात परेशान रहें. इस तरह की परेशानी आगे नहीं हो. इसको लेकर नगर आयुक्त अमित कुमार पांडेय ने बड़े नालों की सफाई को लेकर एसओपी तैयार किया और अंचल से लेकर मुख्यालय स्तर के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय की.
इस एसओपी के तहत नाले की सफाई का कार्य शुरू भी किया गया, जो अब रुक गया है. निगम अधिकारी बताते हैं कि ठंड काफी बढ़ गयी है, जिससे नाला उड़ाही का कार्य रोक दिया गया है. इससे नाले की सफाई आधी-अधूरी पड़ी है.
नौ बड़े नालों को किया गया था चिह्नित : निगम क्षेत्र में सर्पेंटाइन, मंदिरी, बाकरगंज, न्यू बाइपास, राजीव नगर, आनंदपुरी, सैदपुर, कुर्जी और बेऊर आदि बड़े नाले हैं. इन नालों की सालों भर सफाई की कार्ययोजना है. इसमें न्यू बाइपास, सर्पेंटाइन व सैदपुर नाले की सफाई शुरू की गयी. सर्पेंटाइन नाले का वीरचंद पटेल पथ के समीप तक ही सफाई हो पायी है, जो पर्याप्त नहीं है. यही स्थिति सैदपुर व न्यू बाइपास नाले की भी है.
निगरानी में हो रही अनदेखी
नगर आयुक्त ने सभी अंचलों के कार्यपालक पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी है कि उपकरण, सफाई मजदूर और अन्य संसाधन उपलब्ध करायेंगे. साथ ही नाला उड़ाही कार्य भी देखेंगे. वहीं, सफाई के अपर नगर आयुक्त व उप नगर आयुक्त को निगरानी की जिम्मेदारी दी गयी है.
लेकिन, नाले की निगरानी में अनदेखी की जा रही है. यही वजह है कि कई नालों का अब तक सफाई कार्य शुरू ही नहीं हो सका है. नूतन राजधानी अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि काम शुरू किया गया था, जो अब ठंड की वजह से रोक दी गयी है. 15 जनवरी के बाद दोबारा सफाई कार्य को शुरू किया जायेगा.