CAA विरोधी प्रदर्शनकारी के अपहरण और हत्या पर विपक्ष ने जताया रोष, कहा…
पटना : बिहार में विपक्ष ने गुरुवार को 18 वर्षीय युवक के ‘अपहरण और हत्या’ पर स्तब्धता जतायी है. यह युवक उस दिन लापता हो गया था, जब प्रदेश में सीएए विरोधी प्रदर्शन हुए थे. उसका क्षत-विक्षत लाश सड़ी हुई हालत में एक हफ्ते से ज्यादा समय के बाद बरामद हुआ. फुलवारीशरीफ के थानाध्यक्ष रफीकुर […]
पटना : बिहार में विपक्ष ने गुरुवार को 18 वर्षीय युवक के ‘अपहरण और हत्या’ पर स्तब्धता जतायी है. यह युवक उस दिन लापता हो गया था, जब प्रदेश में सीएए विरोधी प्रदर्शन हुए थे. उसका क्षत-विक्षत लाश सड़ी हुई हालत में एक हफ्ते से ज्यादा समय के बाद बरामद हुआ. फुलवारीशरीफ के थानाध्यक्ष रफीकुर रहमान के मुताबिक, हारून नगर मुहल्ले के निवासी आमिर हंजला के भाई द्वारा 21 दिसंबर को शिकायत दी गयी थी कि लड़का सीएए विरोधी रैली में हिस्सा लेने के लिए सुबह घर से निकला था, लेकिन 12 घंटे बाद भी वापस नहीं लौटा.
मालूम हो कि लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी ने 21 दिसंबर को संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्यव्यापी बंद का आह्वान किया था. सहयोगी दल कांग्रेस और वाम दलों ने भी इस बंद का समर्थन किया . थानाध्यक्ष ने कहा, ”हमने 12 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इनमें अब तक चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. आमिर का शव 30 दिसंबर को एक गड्ढे से बरामद किया गया था. शव सड़ चुका था.” उन्होंने कहा, ”पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया था और अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.” उन्होंने कहा कि जिन लोगों का नाम एफआईआर में हैं, वे स्थानीय लोग थे.
थानाध्यक्ष ने कहा कि आरोपित लोग बंद के दिन सड़कों पर सीएए के समर्थन में नारे लगाते हुए उतरे थे और इस कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों से इनकी झड़प भी हुई थी. इस घटना से नाराज आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने गुरुवार को एक तथ्यान्वेषी दल गठित किया, जो फुलवारी शरीफ जायेगा और आगे की कार्रवाई पर अपनी रिपोर्ट देगा. उन्होंने कहा, ”जिले और पुलिस प्रशासन के संबंधित अधिकारियों को इस विषय में जानकारी दे दी गयी है, जिससे वे दल का सहयोग करे. यह दल तीन दिन में अपनी रिपोर्ट सौंपेगा.”
कांग्रेस विधायक शकील अहमद खान का नाम उन प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं में शामिल हैं, जिनके खिलाफ बंद के सिलसिले में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. खान ने आमिर की मौत पर नाराजगी जाहिर करते हुए ‘शीघ्र सुनवाई’ की मांग की. पुलिस सूत्रों ने नाम नहीं जाहिर करने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि आरोपित उस वक्त आमिर पर टूट पड़े थे, जब वह सीएए और एनआरसी के खिलाफ नारेबाजी कर रहा था. उन्होंने कहा कि आरोपित उसे घसीटकर सुनसान जगह ले गये और संभवत: उसे एक दिन से ज्यादा वक्त तक बंधक बनाये रखा. उन्होंने कहा कि इस दौरान आमिर को शारीरिक तौर पर बुरी तरह प्रताड़ित किया गया, जिससे उसकी मौत हो गयी.