फोटो भी है
-एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक ने विश्वविद्यालय परिसर में किया ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का शुभारंभसंवाददाता, पटना
मौलाना मजहरुल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय राज्य का इकलौता विश्वविद्यालय है, जिसका विस्तार राज्य के 38 जिलों के 137 मदरसों तक भी है. आने वाले कुछ महीनों में एनएसएस से इन मदरसों को जोड़ दिया जाये, तो समाज के हाशिये पर पड़े समुदाय भी मुख्यधारा में आ सकेंगे. राष्ट्रनिर्माण में युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए बेहद जरूरी है कि वे किताबी शिक्षा के अलावा अपने आसपास के समुदाय में भी जाकर रचनात्मक योगदान दें. नेशनल सर्विस स्कीम (एनएसएस) पढ़ाई के साथ-साथ देश भर के कॉलेज में पढ़ने वाले सभी छात्रों को समाज से सीधा जुड़ने का अवसर प्रदान करता है. ये बातें गुरुवार को मौलाना मजहरूल हक अरबी व फारसी विश्वविद्यालय में एनएसएस प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक (बिहार-झारखंड) गिरधर उपाध्याय ने कही. इस मौके पर ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 300 नये पौधे परिसर में लगाये गये. कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मोहम्मद आलमगीर ने की. मुख्य वक्ता के तौर पर कुलसचिव कर्नल कामेश कुमार, युवा अधिकारी प्रियव्रत मंडल तथा विश्वविद्यालय के एनएसएस संयोजक डॉ निखिल आनंद गिरि भी मौजूद रहे.विश्वविद्यालय में करीब 300 नये पौधे लगाये गये
मुख्य अतिथि गिरधर उपाध्याय ने उपस्थित छात्रों और शिक्षकों को विस्तार से केंद्र सरकार के एनएसएस अभियान के बारे में समझाया कि कैसे इससे जुड़कर उनके व्यक्तित्व का विकास हो सकता है और कई नौकरियों में भी इसके सर्टिफिकेट से लाभ मिल सकता है. अपने संबोधन में कर्नल कामेश कुमार ने बताया कि मौलाना मजहरुल हक विश्वविद्यालय राज्य का इकलौता संस्थान है, जिसकी जड़ें राज्य के हर जिले में फैली हुई हैं. समाज के हर वर्ग को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए विश्वविद्यालय भविष्य में कई और संगठनों के साथ संपर्क में है, ताकि कला, संस्कृति का संरक्षण भी हो सके. संयोजक निखिल आनंद गिरि ने कहा कि इस अवसर पर संकल्पतरू फाउंडेशन संस्था के सौजन्य से विश्वविद्यालय में करीब 300 नये पौधे लगाये गये और भविष्य में इसे पटना के अलग-अलग इलाकों में भी विस्तार दिया जायेगा. उन्होंने आश्वस्त किया कि आगामी कुछ महीनों में ही राज्य के 137 मदरसे, विश्वविद्यालय के अधीन स्टडी सेंटर भी एनएसएस से जोड़ दिये जायेंगे. कार्यक्रम का संचालन विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक डॉ मुक्ता सिन्हा तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ तहसीन जमा ने किया. इस अवसर पर कॉलेज के सभी अधिकारी, शिक्षक, कर्मचारी और भारी संख्या में छात्र मौजूद रहे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है