जदयू के चूड़ा-दही भोज में दिखेगी एनडीए की एकता

पटना : पटना. पिछले करीब 18 वर्षों की तरह इस साल भी चूड़ा-दही भोज के लिए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने खुला आमंत्रण दिया है. इसमें एनडीए सहित अन्य दिग्गज नेताओं का जुटान होगा. वहीं, एनडीए एकजुटता दिखाने की कोशिश करेगा. ऐसे में चुनावी साल होने के कारण इस […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 12, 2020 4:46 AM

पटना : पटना. पिछले करीब 18 वर्षों की तरह इस साल भी चूड़ा-दही भोज के लिए जदयू के प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने खुला आमंत्रण दिया है. इसमें एनडीए सहित अन्य दिग्गज नेताओं का जुटान होगा. वहीं, एनडीए एकजुटता दिखाने की कोशिश करेगा.

ऐसे में चुनावी साल होने के कारण इस भोज के कई मायने निकाले जा रहे हैं. सूत्रों का कहना है कि तीन तलाक, सीएए, एनपीआर और एनसीआर को लेकर जदयू और भाजपा नेताओं के बीच पिछले दिनों की बयानबाजी से असमंजस की स्थिति पैदा हो गयी थी. हालांकि, दोनों दलों के वरिष्ठ नेताओं ने हस्तक्षेप कर सभी बयानबाजी पर विराम लगा दिया.
यह भी घोषणा हुई कि बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही एनडीए लड़ेगा. सूत्रों की मानें, तो एनडीए के घटक दलों की बयानबाजी पर विपक्ष भी हमलावर हो गया था. ऐसे में इस बार का भोज कड़वाहट में मिठास घोलने का भरसक प्रयास कर विपक्ष को करारा जवाब देने के लिए उपयोग हो सकता है.
वहीं, इस बार जदयू का भोज इस कारण से भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है क्योंकि भाजपा और राजद की तरफ से चूड़ा-दही भोज का आयोजन नहीं किया गया है.इधर, जदयू विधायक व विधानसभा में एससी-एसटी कल्याण समिति के सभापति ललन पासवान 14 जनवरी को मकर संक्रांति के अवसर पर एनडीए नेताओं को दही-चूड़ा भोज देंगे. इसका आयोजन वे राजवंशीनगर स्थित सरकारी आवास पर करेंगे.

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