टीकाकरण से बच्चे की मौत, 11 बीमार
मोकामा : टीकाकरण के बाद संक्रमण से गणेश पासवान के पुत्र विष्णु दयाल (02 माह) की जान चली गयी. जबकि 11 नवजात बच्चों की हालत गंभीर बनी है. यह मामला घोसवरी प्रखंड की सम्यागढ़ पंचायत के लक्ष्मीपुर वार्ड आठ की है. बाढ़ व पटना के अस्पतालों में सभी बच्चों का इलाज चल रहा है. हताहत […]
मोकामा : टीकाकरण के बाद संक्रमण से गणेश पासवान के पुत्र विष्णु दयाल (02 माह) की जान चली गयी. जबकि 11 नवजात बच्चों की हालत गंभीर बनी है. यह मामला घोसवरी प्रखंड की सम्यागढ़ पंचायत के लक्ष्मीपुर वार्ड आठ की है. बाढ़ व पटना के अस्पतालों में सभी बच्चों का इलाज चल रहा है. हताहत सभी बच्चों की उम्र तकरीबन दो माह है. सभी बच्चों के पांव में टीका लगाने के बाद गहरा जख्म हो गया था. मृत शिशु का पोस्टमार्टम बाढ़ सदर अस्पताल में करवाया गया.
डॉक्टरों का अनुमान है कि जख्म के बाद संक्रमण बच्चों के पूरे शरीर में फैल गया. यह जांच के बाद ही साफ हो पायेगा. मिली जानकारी के मुताबिक 27 दिसंबर को लक्ष्मीपुर स्थित आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 180 पर गांव के 12 बच्चों को जन्म के डेढ़ माह बाद दूसरा टीकाकरण करवाया गया था.
इसमें ओपीवी-01, पेंटावैलेंट-1, आइपीवी-01 व पीसीवी-1 का डोज शामिल था. परिजनों का कहना है कि टीकाकरण के बाद बच्चे के पांव में लाल फोड़ा निकल गया. इसकी शिकायत आंगनबाड़ी सेविका नीलू कुमारी से की गयी.
लेकिन इस पर कोई सुनवाई नहीं हुई, वहीं खरी खोटी सुनाकर जख्म से पीड़ित बच्चों के परिजनों को खदेड़ दिया गया. तब सभी बच्चों का उपचार लोग ग्रामीण चिकित्सक से करवाने लग गये. इसी बीच एक शिशु ने दम तोड़ दिया. इससे घबराकर लोगों ने अन्य बच्चों को बड़े चिकित्सकों के पास भर्ती करवाया है. इसमें अन्य तीन बच्चों की हालत भी गंभीर बतायी जा रही है.
मामले में एएनएम और आशा कार्यकर्ता पर एफआइआर दर्ज
इस मामले में सम्यागढ़ ओपी थाने में टीकाकरण में शामिल एएनएम स्नेह लता और आशा कार्यकर्ता नीलम कुमारी पर एफआइआर दर्ज की गयी है. वहीं इस घटना की पुलिस विभिन्न पहलुओं पर छानबीन में जुटी है.
थानेदार ने बताया कि इस घटना में स्वास्थ्यकर्मियों व आंगनबाड़ी केंद्र की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है. बच्चे की मौत के जिम्मेदार अन्य कर्मियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
जांच को टीम गठित
टीकाकरण के बाद बच्चों में संक्रमण व एक की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा है. सिविल सर्जन ने इस मामले में जांच टीम गठित की है. सम्यागढ़ एपीएचसी प्रभारी डॉ सीके नारायण ने कहा कि प्रथमदृष्टया जांच से पता चला है कि टीके की वजह से ही सभी बच्चे आक्रांत हुए हैं.
लापरवाही बरतने वाले कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी. वहीं मृत व पीड़ित बच्चों के परिजनों को हरसंभव सहयोग किया जायेगा. फिलहाल इस मामले में गंभीरता पूर्वक जांच चल रही है. दूसरी ओर सभी बच्चों को दी गयी वैक्सिन के लॉट की भी पड़ताल की जा रही है.
ये बच्चे हो गये हैं बीमार
नीतीश का पुत्र राजा बाबू, अमित साह का पुत्र सागर, चंद्रमणी पासवान का पुत्र रोहन, चंद्रकांता सिन्हा की पुत्री अनुष्का सिन्हा, चंदन साह का पुत्र प्रेम कुमार, राजा सांतनु का पुत्र आयुष, प्रमोद कुमार का पुत्र प्रिंस, प्रद्युमन साह का पुत्र अंश कुमार, शिवशंकर का पुत्र आयुष कुमार, राजकुमार का पुत्र छोटे राज और टिंकू पासवान का पुत्र इशु राज शामिल हैं.