पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) से जुड़े प्रश्न पर मुस्कुराते हुए हाथ जोड़ कर टाल दिया. मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के दिन उस विषय की चर्चा मत करिये, जिसमें लगे कि अलग-अलग सोच और झगड़े का माहौल है.
शहर के हार्डिंग रोड स्थित जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह के आवास पर मकर संक्रांति के अवसर पर आयोजित दही-चूड़ा भोज में सम्मिलित हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सीएए-एनआरसी को लेकर पूछे गये प्रश्न को मुस्कुराते हुए हाथ जोड़ कर टाल दिया. उन्होंने कहा कि मकर संक्रांति पर आपस में प्रेम एवं सद्भावना का भाव होता है. उन्होंने जल-जीवन-हरियाली के प्रति लोगों के बीच जागरूकता पैदा करने के लिए 19 जनवरी को मानव शृंखला में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील करते हुए कहा कि आपको जितनी और जो भी बात करनी हो, चाहे वह मुद्दा कुछ भी हो, उस पर आप 19 जनवरी को बात कीजिएगा.
समारोह में शामिल हुए प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी आरजेडी के विधायक फराज फातमी ने कहा कि उनके आज यहां आने का कोई राजनीतिक मतलब नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे मौके पर आमंत्रण दिये जाने पर लोग एक-दूसरे के घर जाया करते हैं और बधाई देते हैं.