कांग्रेस के भोज में पहुंचे तेजस्वी समेत महागठबंधन के नेता
पटना : नववर्ष में मकर संक्रांति के मौके पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित दही-चूड़ा भोज में पहली बार महागठबंधन नेताओं की जुटान हुआ. जब साथ मिले तो राजनीति के सभी मौजू मुद्दों पर खुलकर बात करने लगे. एनआरसी, एनपीआर, दिल्ली और बिहार में होनेवाले विधानसभा चुनावों पर भी महागठबंधन नेताओं ने खुलकर बात की.जदयू प्रदेश […]
पटना : नववर्ष में मकर संक्रांति के मौके पर प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित दही-चूड़ा भोज में पहली बार महागठबंधन नेताओं की जुटान हुआ. जब साथ मिले तो राजनीति के सभी मौजू मुद्दों पर खुलकर बात करने लगे. एनआरसी, एनपीआर, दिल्ली और बिहार में होनेवाले विधानसभा चुनावों पर भी महागठबंधन नेताओं ने खुलकर बात की.जदयू प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह के अावास पर एनडीए के नेताओं का जमावड़ा था, तो इधर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश अध्यक्ष डाॅ मदन मोहन झा, विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्र,राजेश कुमार सिन्हा, विरोधी दल के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव, हम के नेता जीतन राम मांझी, रालोसपा नेता उपेंद्र कुशवाहा और वीआइपी नेता मुकेश सहनी उपस्थित हुए.
तेजस्वी ने कहा अमित शाह बताएं एनडीए में सीएम कौन होगा : चूड़ा-दही भोज के टेबुल पर महागठबंधन नेताओं ने एक साथ खाना खाया. लोकसभा चुनाव के बाद महागठबंधन के नेता एक साथ दिखे. बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पूछे गये सवाल के जवाब में तेजस्वी ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह से यह पूछा जाना चाहिए कि बिहार में एनडीए का मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा.अमित शाह गुरुवार को बिहार में आनेवाले हैं. उन्होंने यह बात तो कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ा जायेगा, पर मुख्यमंत्री के चेहरे की बात नहीं की.मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं कि बिहार में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे.
ऐसे में उनको लोकसभा में समर्थन ही नहीं करना चाहिए. एनपीआर तो उसका पहला चरण है, उसको तो रोकें. मुख्यमंत्री मामले को टाल रहे हैं कितने दिनों तक टालेंगे. मानव शृंखला बेरोजगारी पर बनानी चाहिए. सिपाही भर्ती में बेरोजगारी की तस्वीर दिखी. तेजस्वी ने कहा कि बिहार के लोग उन लोगों को सबक सिखायेंगे जिन लोगों ने जनाधार का चोरी कर लिया.राजद के केवटी के विधायक फराज फातमी के जदयू के भोज में शामिल होने को लेकर पूछे गये सवाल को तेजस्वी ने टाल दिया और कहा कि इसे बाद में देखेंगे. रालोसपा नेता ने एनपीआर को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तीर चलाया. उन्होंने कहा कि बिहार के लोगों में भले ही शिक्षा की कमी हो सकती है , पर यहां के लोग बेवकूफ नहीं हैं जो नीतीश कुमार की बातों को नहीं समझते हैं.
मौके पर प्रदेश कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने दिल्ली में होनेवाले विधानसभा चुनाव में राजद की भागीदारी पर पूछे गये सवाल के जवाब में कहा कि यह तो कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व ही तय करेगा. हम के प्रमुख जीतन राम मांझी और वीआइपी के प्रमुख मुकेश सहनी ने भी जदयू के नेताओं के एनआरसी पर दिये गये बयानों पर सफाई मांगी.कांग्रेस द्वारा आयोजित दही-चूड़ा भोज में महागठबंधन नेताओं में एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष नवल किशोर शाही के अलावा एआइसीसी नेता अजय कपूर, अखिलेश प्रसाद सिंह, एचके वर्मा, राजेश कुमार राठौर, आनंद माधव आदि शामिल थे.