पटना : राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू यादव चारा घोटाले से जुड़े मामलों में से एक में सुनवाई के लिए आज झारखंड स्थित केंद्रीय जांच ब्यूरो कोर्ट लाये गये. लंबे समय बाद जेल की कोठरी से बाहर निकलते ही लालू प्रसाद यादव ने एक बार फिर बिहार सरकार पर निशाना साधा है. बिना किसी का नाम लिये उन्होंने गुरुवार को ट्वीट कर 24500 करोड़ लुटने और जनता को दिग्भ्रमित करने का आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने जल-जीवन-हरियाली यात्रा पर तंज कसते हुए नया नामकरण भी किया है.
लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा है कि ”छल, छीजन और घरियालीपन’ यात्रा वाले महानुभाव ने गरीब राज्य के नौजवानों, किसानों और कर्मचारियों का 24500 करोड़ लूट लिया. ऊपर से सरकारी संसाधनों की बर्बादी एवं करोड़ों रुपये मानव शृंखला की नौटंकी पर खर्च कर सुशासनी भ्रष्टाचार को वैध बनाने व जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश है.’
“छल, छीजन और घरियालीपन” यात्रा वाले महानुभाव ने ग़रीब राज्य के नौजवानों, किसानों और कर्मचारियों का 24500 करोड़ लूट लिया।
ऊपर से सरकारी संसाधनों की बर्बादी एवं करोड़ों रुपए मानव शृंखला की नौटंकी पर खर्च कर सुशासनी भ्रष्टाचार को वैध बनाने व जनता को दिग्भ्रमित करने की कोशिश है।
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) January 16, 2020
मालूम हो कि आज ही से लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे व नेता प्रतिपक्ष नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजंस (एनआरसी) के विरोध में सीमांचल के जिलों से अपनी प्रतिरोध यात्रा शुरू कर रहे हैं. हालांकि, उनके प्रतिरोध यात्रा को लेकर पार्टी विधायक फराज फातमी ने राजधानी पटना में आयोजित जेडीयू के चूड़ा-दही भोज में कहा था कि तेजस्वी अब क्यों विरोध कर रहे हैं, यह वहीं बता पायेंगे. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जल-जीवन-हरियाली अभियान की भी जमकर तारीफ की थी.