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दलाई लामा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने की बोधिवृक्ष की पूजा-अर्चना, बौद्ध गुरु ने दिया करुणा का संदेश

पटना / बोधगया : बौद्ध धर्म गुरु परम पावन दलाई लामा जी ने एक अण्णे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में बोधिवृक्ष के समक्ष परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर परम पावन दलाई लामा जी के साथ बुद्ध स्मृति पार्क के पुजारी रेवता भीखू भंते एवं अन्य बौद्ध भिक्षुओं ने भी विश्व शांति, राष्ट्र […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 17, 2020 5:44 PM

पटना / बोधगया : बौद्ध धर्म गुरु परम पावन दलाई लामा जी ने एक अण्णे मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास में बोधिवृक्ष के समक्ष परंपरागत तरीके से पूजा-अर्चना की. इस अवसर पर परम पावन दलाई लामा जी के साथ बुद्ध स्मृति पार्क के पुजारी रेवता भीखू भंते एवं अन्य बौद्ध भिक्षुओं ने भी विश्व शांति, राष्ट्र एवं राज्य में शांति, समृद्धि एवं खुशहाली के लिये प्रार्थना की. प्रार्थना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी भाग लिया.

पूजा-अर्चना के पूर्व दलाई लामा के मुख्यमंत्री आवास पहुंचने पर नीतीश कुमार ने उन्हें फूलों का गुलदस्ता एवं अंग वस्त्र भेंट कर उनका स्वागत किया. परम पावन दलाई लामा ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दीं. प्रार्थना के उपरांत मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने परम पावन दलाई लामा को प्रतीक चिह्न के रूप में भगवान बुद्ध की प्रतिमा एवं अंग वस्त्र भेंट किया. दलाई लामाभी मुख्यमंत्री को प्रतीक चिह्न एवं खादा भेंट कर अपना आशीर्वाद दिया.

इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, विधान परिषद के कार्यकारी सभापति हारुन रशीद, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, भवन निर्माण मंत्री अशोक कुमार चौधरी, विधान पार्षद संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सदस्य उदयकांत मिश्रा, मुख्य सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.

इससे पहले बाेधगया से रवाना होने के पहले दलाई लामा ने करुणा का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि हम सभी जीवन में खुश रहना चाहते हैं. ह्रदय में प्रसन्नता का भाव जरूरी है. भारतीय परंपरा के हजारों वर्षों से अहिंसा और करुणा की रही है. खुशी के करुणा अंतिम संसाधन है. भारतीय परंपरा तीन हजार वर्षों की है. दो से छह जनवरी तक कालचक्र मैदान में टीचिंग के लिए बोधगया आये दलाई लामा शुक्रवार यानी 17 जनवरी को 24 दिवसीय बोधगया प्रवास के बाद वापस पटना लौट गये.पटना से वह गंतव्य को रवाना हो गये.

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