पटना : खुद लौट आया 9वीं का छात्र राहुल, भाई के साथ मिल कर किया खुद का अपहरण

एक लाख की बाइक और ऐयाशी करने के लिए रचा था अपहरण का नाटक पटना : 9वीं के छात्र राहुल कुमार सिंह का अपहरण नहीं हुआ था. ऐयाशी करने व महंगी बाइक खरीदने के लिए उसने खुद के ही अपहरण की साजिश रची थी. घरवालों से 15 लाख रुपये वसूलने के लिए उसने मौसेर भाई […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 20, 2020 6:40 AM
एक लाख की बाइक और ऐयाशी करने के लिए रचा था अपहरण का नाटक
पटना : 9वीं के छात्र राहुल कुमार सिंह का अपहरण नहीं हुआ था. ऐयाशी करने व महंगी बाइक खरीदने के लिए उसने खुद के ही अपहरण की साजिश रची थी. घरवालों से 15 लाख रुपये वसूलने के लिए उसने मौसेर भाई अमित के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की थी. इसके तहत वह घर से निकलकर पहले सिपारा पहुंचा, वहां से परसा बाजार आैर फिर बनारस चला गया.
लेकिन, जब घरवालों ने प्राथमिकी दर्ज करायी तो पुलिस ने जांच तेज कर दी. एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में बताया कि जब छात्र के दोस्तों से पूछताछ शुरू की गयी तो राहुल पकड़े जाने के डर से खुद ही पटना लौट आया. देर रात उसने मां को फाेन कर बताया कि वह पटना जंक्शन आ गया है. इसके बाद पुलिस पहुंची और उसे पूछताछ के लिए ले आयी.
उसने पुलिस के सामने सारी कहानी बतायी. उसने बताया कि वह अपने मौसेेर भाई अमित के साथ मिलकर खुद के अपहरण का प्लान बनाया था. पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है. छात्र को बालसुधार गृह और अमित को जेल भेजा जायेगा.
एक लाख की बाइक खरीदना चाहता था : राहुल एक लाख रुपये कीमत की बाइक खरीदना चाहता था. यमाहा कंपनी की आर1-5 बाइक खरीदने के लिए घरवालों से कई बार कहा था. लेकिन, जब उसकी मांग पूरी नहीं हुई तो उसने अपहरण का नाटक रचा. बाकी पैसों से वह ऐयाशी करना चाहता था. राहुल मूल रूप से मुजफ्फरपुर का रहने वाला है.
पटना में सितंबर महीने में पढ़ाई करने के लिए आया था. पटना में शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के मछली गली में किराये के मकान में रहता था. उसी मकान में ग्राउंड फ्लोर पर उसके मामा भी रहते हैं. उन्हीं की देखरेख में रहता था. शनिवार की सुबह घर से भाग गया था और अपनी मां के मोबाइल नंबर पर अपने मोबाइल नंबर से फोन करके 15 लाख रुपये मांगा था. उसके पिता रूस में मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते हैं.
पूछताछ में पुलिस को गुमराह करने की कोशिश
वाराणसी से लौटने के बाद राहुल को पुलिस पूछताछ करने के लिए ले आयी. इस दौरान उसने कहा कि हमें और हमारे घर के लिए सुरक्षा चहिए. अपराधियों ने उसके घर का नक्शा बना लिया है. वे लोग हत्या कर देंगे. लेकिन, जब पुलिस ने उससे पूछताछ शुरू की तो पता चला कि अपहरण की घटना एक नाटक था.
राहुल बाइकर्स गैंग से था प्रभावित शास्त्रीनगर इलाके में बाइकर्स गैंग की सक्रियता है. गैंग के लोग नये लड़कों को शामिल करने के लिए ऐयाशी की लत लगा देते हैं. राहुल भी बाइकर्स गैंग के प्रभाव में आ गया था. उनकी बाइक, उनके ब्रांडेड कपड़े, जूते और तमाम शौक को पूरा करने के लिए राहुल भी उसी राह पर चल पड़ा था. बाइकर्स गैंग में शामिल हाेने के लिए वह महंगी बाइक लेना चाहता था.

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