पवन वर्मा के पत्र पर सीएम नीतीश की खरी-खरी, कहा- जहां जाना हो जाएं, हमें एतराज नहीं
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा के बयानों पर दो टूक राय रखी है. उन्होंने कहा कि सभी मामलों में जदयू का स्टैंड क्लियर है. कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है. वह विद्वान आदमी हैं, जहां जाना है, वह जाएं. हमें इस पर कोई एतराज नहीं है. यह […]
पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पहली बार जदयू के राष्ट्रीय महासचिव पवन वर्मा के बयानों पर दो टूक राय रखी है. उन्होंने कहा कि सभी मामलों में जदयू का स्टैंड क्लियर है.
कहीं कोई कन्फ्यूजन नहीं है. वह विद्वान आदमी हैं, जहां जाना है, वह जाएं. हमें इस पर कोई एतराज नहीं है. यह उनका अपना निर्णय है. मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हैं. सीएम ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि मेरा यह वक्तव्य पार्टी का वक्तव्य नहीं है. मुख्यमंत्री नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर उन्हें नमन करने के लिए गांधी मैदान के पास सुभाष पार्क पहुंचे थे.
नेताजी को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री ने पवन वर्मा के बयानाें के संबंध में पत्रकारों द्वारा पूछे गये सवाल पर कहा, मैं उनकी इज्जत करता हूं. भले ही वह हमलोगों की इज्जत न करें. जनता दल यूनाइटेड को अच्छी तरह समझने की कोशिश करें. कुछ लोगों के बयान से जदयू को नहीं देखा जाना चाहिए.
जदयू जनता के साथ और पूरी दृढ़ता के साथ काम करता है. नीतीश कुमार ने पवन वर्मा को नसीहत देते हुए कहा कि अगर किसी के मन में कोई बात है, तो विमर्श करना चाहिए. जरूरी समझें तो पार्टी की बैठक में बातचीत करनी चाहिए. इस तरह का वक्तव्य देने का कोई मतलब नहीं है. सीएम ने कहा कि फिर भी उनके प्रति सम्मान है और इज्जत का भाव है.
सभी मुद्दों पर जदयू का स्टैंड क्लियर, पार्टी में किसी भी विषय पर कोई कन्फ्यूजन नहीं
पवन वर्मा ने दिल्ली में भाजपा से गठबंधन पर भी उठाये थे सवाल
यह विवाद सीएए पर जदयू के केंद्र सरकार को समर्थन दिये जाने के बाद से शुरू हुआ था. पवन वर्मा ने सीएए पर सरकार को जदयू द्वारा समर्थन देने का विरोध किया था. इसके बाद जब दिल्ली विधानसभा चुनाव में भाजपा के साथ जदयू का गठबंधन हुआ, तो इस पर भी पवन वर्मा ने सवाल उठाते हुए पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार को पत्र लिखा था.
मानव शृंखला के लिए बिहार की जनता के प्रति जताया आभार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर 19 जनवरी को आयोजित 18 हजार किमी से अधिक लंबी मानव शृंखला के लिए राज्य की जनता के प्रति आभार जताया है. उन्होंने कहा कि इसमें 5.16 करोड़ से ज्यादा की भागीदारी होना कोई साधारण बात नहीं है.
लोगों से अपेक्षा की है कि इस अभियान के प्रति जागृति रखते हुए सब लोग मिलकर साथ चलें और पर्यावरण के संतुलन को बनाये रखने का प्रयास करें. जितनी बड़ी संख्या में लोग इसमें शामिल हुए, इसके प्रति मन में संतोष का भाव है. यह आम लोगों का अभियान है. उन्होंने कहा कि जनता में कितनी जागृति आयी है, इससे यह पता चल गया होगा. उन्होंने कहा कि जल-जीवन-हरियाली अभियान से हमलोग जल की रक्षा कर सकेंगे, हरियाली को बढ़ावा दे सकेंगे और उससे आने वाली पीढ़ी का जीवन संरक्षित कर सकेंगे. पर्यावरण को संतुलित रख सकते हैं. इसे कभी भी राजनीतिक तौर पर नहीं देखना चाहिए और न ही विश्लेषण करना चाहिए.