फुलवारीशरीफ : हम किसी हाल में काला कानून लागू नहीं होने देंगे: चंद्रशेखर

आमिर हंजला शहीद काे दिया शहीद का दर्जा फुलवारीशरीफ : फुलवारी के हारूण नगर के सीएए, एनसीआर, एनपीआर के विरोध में धरना को संबोधित करते हुए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने 21 दिसंबर को राजद के आह्वान पर बिहार बंद के दौरान हुए प्रदर्शन के बीच अगवा आकर मार डाले गये आमिर हंजला […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 24, 2020 8:49 AM
आमिर हंजला शहीद काे दिया शहीद का दर्जा
फुलवारीशरीफ : फुलवारी के हारूण नगर के सीएए, एनसीआर, एनपीआर के विरोध में धरना को संबोधित करते हुए भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद ने 21 दिसंबर को राजद के आह्वान पर बिहार बंद के दौरान हुए प्रदर्शन के बीच अगवा आकर मार डाले गये आमिर हंजला शहीद का दर्जा देते हुए कहा कि आमिर हंजला के साथ ही जिन्हें गोली लगी, वे सभी साथी हमारे प्रदर्शन के लिए काफी महत्वपूर्ण हैं.
बाबा साहेब ने कहा था की ज्यादती करने से ज्यादा दोषी ज्यादती सहने वाला होता है. इसलिए केंद्र सरकार के काला कानून का हमलोग विरोध करते रहेंगे, जबतक इसे सरकार वापस नहीं लेगी. आमिर हंजला हमारे दिलों में हमेशा रहेंगे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सबको बराबर का अधिकार है. ऐसे में हमलोग अपने अधिकार के लिए लड़ते रहेंगे.
आजाद ने कहा कि शाहीन बाग की तरह हर मुहल्ले में सब्जी बाग शाहीन बाग और फुलवारी बाग की तरह आंदोलन हो. उन्होंने कहा की मैंने अपना स्वागत करने वालों का कहा कि तब तक माला नहीं पहनूंगा जब तक सरकार इस काला कानून को वापस नहीं लेगी.
अगले दस दिनों में पांच हजार शाहीन बाग जैसा माहौल बने. राष्ट्र की एकता को बचाने के लिए सभी वर्ग के लोगों को इस काले कानून का विरोध करें. इससे पहले काफी देर से धरना में पहुंचने पर चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनकी तबीयत खराब हो गयी थी इसलिए देर से आये. भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि एनआरसी देश के लिए काला कानून है. इससे देश की एकता-अखंडता को खतरा है.
इसे केन्द्र सरकार वापस ले़ वहीं जेएनयू की पूर्व अध्यक्ष सुचिता डे ने कहा कि सीएए ,एनआरसी और एनपीआर जैसे काले कानून को भारत माता की जमीन में दफन कर दो. पूरे भारत में दो विचारधाराओं की लड़ाई है़ उन्होंने इस ठंड मे महिलओं के जज्बे को सलाम किया. इस मौके पर भारी संख्या में महिलाएं मौजूद थीं.

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