राष्ट्रीय मतदाता दिवस : विधानसभा चुनाव में मतदान में भागीदारी बढ़ाने का प्रयास शुरू

पटना : विधानसभा चुनाव में मतदान में भागीदारी बढ़ाने के लिए पोस्टल बैलेट का दायरा बढ़ाया गया है. विधानसभा चुनाव में 20 लाख से अधिक मतदाताओं को इस अवसर का लाभ उठाने का मौका मिलेगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि राज्य के दिव्यांग मतदाताओं, 80 वर्ष व उससे ऊपर के बुजुर्ग मतदाताओं […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 26, 2020 6:49 AM

पटना : विधानसभा चुनाव में मतदान में भागीदारी बढ़ाने के लिए पोस्टल बैलेट का दायरा बढ़ाया गया है. विधानसभा चुनाव में 20 लाख से अधिक मतदाताओं को इस अवसर का लाभ उठाने का मौका मिलेगा. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास ने बताया कि राज्य के दिव्यांग मतदाताओं, 80 वर्ष व उससे ऊपर के बुजुर्ग मतदाताओं और इमरजेंसी सर्विस में काम करनेवाले मतदाताओं को पोस्टल बैलेट से मतदान का अवसर मिलेगा.

उन्होंने बताया कि राज्य में साढ़े छह लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जबकि वर्ष 2019 की मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 12 लाख 30 हजार 954 बुजुर्ग मतदाताओं की संख्या है. इमरजेंसी सर्विस की घोषणा भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जानी है.
वे राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर शनिवार को पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर मुख्य सचिव दीपक कुमार, प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल व मुख्य अतिथि के रूप में तो स्टेट आइकॉन पर्वतारोही संतोष यादव भी मौजूद थीं.
पुरस्कृत किये गये पटना डीएम सहित अन्य अधिकारी
राष्ट्रीय मतदाता दिवस के मौके पर मतदाता सूची व मतदान में बेहतर प्रदर्शन करनेवाले तीन आइएएस अधिकारियों सहित आठ पदाधिकारियों को पुरस्कृत किया गया. पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि को लोकसभा चुनाव में मतदान में इनोवेशन कार्य के लिए बेस्ट इलेक्ट्रॉल पार्टिसिपेशन व बेस्ट डीइओ अवार्ड से पुरस्कृत किया गया. उनको 15 हजार का पुरस्कार व प्रशस्तिपत्र दिया गया.
सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को बेस्ट डीइओ पुरस्कार के साथ 15 हजार का चेक दिया गया. नवादा के जिलाधिकारी कौशल कुमार को लोकसभा चुनाव में दिव्यांग मतदाताओं को मतदाता सूची में शामिल किये जाने व उनको निर्वाचन के प्रति जागरूक किये जाने से संबंधित कार्य के लिए बेस्ट डीइओ अवार्ड व 15 हजार का चेक दिया गया.
बिहार राज्य खाद्य निगम के प्रबंध निदेशक व तत्कालीन जिलाधिकारी,गोपालगंज अनिमेष कुमार पराशर को लोकसभा चुनाव में सुव्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं निर्वाचक भागीदारी बढ़ाने के लिए विशेष पुरस्कार व 10 हजार का चेक दिया गया.
राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र,पटना के प्रधान प्रणाली विश्लेषक सह राज्य परियोजना समन्वयक नरेंद्र कुमार को लोकसभा चुनाव में इएलटी-ट्रेसेस एप्लीकेशन व विभिन्न प्रपत्रों को ऑनलाइन किये जाने के लिए विशेष पुरस्कार व 10 हजार का चेक दिया गया. इसी प्रकार मोतिहारी सदर के अनुमंडल पदाधिकारी प्रियरंजन राजू को सुगौली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में किये गये कार्य के लिए बेस्ट इआरओ-ओइआरओ पुरस्कार व 10 हजार का चेक दिया गया.
विक्रमगंज के अनुमंडल पदाधिकारी विजयंत को काराकाट विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में किये गये कार्य तथा 18-19 आयु वर्ग के मतदाताओं को सूची में शामिल करने के लिए बेस्ट इआरओ-एइआरओ का पुरस्कार व पांच हजार का चेक प्रदान किया गया.
अरेराज के अनुमंडल पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार मिश्र को गोविंदगंज विधानसभा क्षेत्र में सर्वप्रथम शत प्रतिशत मतदाता सत्यापन कार्य के लिए बेस्ट इआरओ-एआरओ का पुरस्कार व पांच हजार का चेक प्रदान किया गया.
राज्य में मतदान का कम प्रतिशत चिंता की बात
मतदान के कम प्रतिशत पर चिंता जताते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में 84-86 प्रतिशत तो झारखंड में 63-64 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि बिहार में सिर्फ 57 प्रतिशत मतदान हुआ. इसे बढ़ाने के साथ- साथ उन्होंने मतदाता सूची में कम लिंगानुपात को बढ़ाने की बात की.
उन्होंने बताया कि जनगणना 2011 में राज्य का लिंगानुपात 918 है, जबकि मतदाता सूची में महिलाओं की भागीदारी प्रति हजार पुरुषों की तुलना में सिर्फ 892 है. इस अवसर पर मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा का संदेश सुनाया गया. साथ ही स्टेट आइकॉन संतोष यादव द्वारा मतदाताओं को शपथ दिलायी गयी.
इस अवसर पर राज्य निर्वाचन आयुक्त अशोक कुमार चौहान व एडीजी मुख्यालय जीतेंद्र कुमार सहित सीइओ कार्यालय के पदाधिकारी मौजूद थे. धन्यवाद ज्ञापन उपमुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बैजूनाथ कुमार सिंह ने किया.
अधिकार का प्रयोग करें युवा : मुख्य सचिव
मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि सशक्त लोकतंत्र के लिए निर्वाचन साक्षरता को बढ़ाना है. उन्होंने कहा कि वयस्क होते ही युवाओं को मतदान का अधिकार मिल जाता है. युवाओं को चाहिए कि वह अपने मताधिकार का प्रयोग निर्भीक होकर करें.
मताधिकार का सही प्रयोग करने से लोकतंत्र मजबूत बनेगा. मुख्य सचिव दीपक कुमार शनिवार को अधिवेशन भवन में आयोजित मुख्य समारोह को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने अधिकारियों से अपील की कि वह मतदाता जागरूकता को अभियान के रूप में लें. इस अभियान में बच्चों को शामिल किया जाना है.
बच्चों को जागरूक बनाने में अध्यापकों की बड़ी भूमिका है. राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को पहुंच भी आम लोगों के बीच होती है. उनके द्वारा भी जागरूकता फैलाने में बड़ी भागीदारी होगी.

Next Article

Exit mobile version